Chemistry, asked by Joddar4871, 11 months ago

100 g द्रव A (मोलर द्रव्यमान 140 gmol^{-1}) को 1000 g द्रव B (मोलर द्रव्यमान 180 gmol^{-1}) में घोला गया। शुद्ध द्रव B का वाष्प दाब 500 Torr पाया गया। शुद्ध द्रव A का वाष्प दाब तथा विलयन में उसका वाष्प दाब परिकलित कीजिए यदि विलयन का कुल वाष्प दाब 475 Torr हो।

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Answered by jaiswalrishabh
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Answer:

har MAHADEV jai and I was talking bout f d D find a new phone was like

Answered by shishir303
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हल इस प्रकार है...

P₍B₎ = x₍B₎ × Pº₍B₎

P₍B₎ = 500 × 0.08860

= 443

चूंकि विलयन का वाष्प दाब = 475 torr

इसलिये..

द्रव A का वाष्प दाब होगा = 475 – 443 = 32 torr

P₍A₎ = x₍A₎ × Pº₍A₎

32 = 0.1139 × Pº₍A₎

Pº₍A₎ = 32/0.1139

= Pº₍A₎ = 280.95 torr

सही उत्तर है..

280.95 torr.

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पाठ ‘विलयन’ (रसायन विज्ञान - भाग 1, कक्षा - 12) के कुछ अन्य प्रश्नों के लिये नीचे दिये लिंक्स पर जायें...  

293 K पर जल का वाष्प दाब 17.535 mm Hg है। यदि 25 g ग्लूकोस को 450 g जल में घोलें तो 293 K पर जल का वाष्प दाब परिकलित कीजिए।  

https://brainly.in/question/15470346  

298 K पर मेथेन की बेन्जीन पर मोललता का हेनरी स्थिरांक   हैं। 298 K तथा 760 mmHg दाब पर मेथेन की बेन्जीन में विलेयता परिकलित कीजिए।

https://brainly.in/question/15470374

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