11. आज भारतवर्ष की तपोभूमि पर नैतिक मूल्यों का पत्तन निस्तर जारी है। यही कारण है कि प्राप्ति के पश्चात भी हम स्वयं को स्वतंत्र नहीं कह सकते। चोरी, डकैती, जिस काना बानो बाईमानी-जैसी अनैतिक प्रवृत्तियों ने भारत की तस्वीर को विकृत कर दिया है। मल्ल और भावना तो लुप्त ही होती जा रही है। ये तो हम मानना ही पड़ेगा कि वैज्ञानिक दृष्टि । भारत वर्षों में असंभव को संभव कर दिखाया है। लेकिन प्रगति के साथ साथ पयस्यामाजी आज भारतवर्ष शातिप्रिय नहीं रहा, क्योंकि देश की प्रगति की बाद ही उसे खापारही। कारण भारत की तसवीर के रंग फीके पड़ते जा रहे हैं। आज हम असुरक्षा की भावना से ग्रस्त है। का नाम पर झगड़े, कभी आरक्षण को लेकर झगई। आज आतंकवाद के राक्षस ने सबको दायाच रहा है। इन सबके पीछे हमारी भ्रष्ट राजनीति है। जब राजनेता रिश्वत लेकर कार्य करें, तो क्या वे अपने राष्ट्र सकगे, कदापि नहीं। फिर हम उनसे कैसे आशा कर सकते हैं कि वे हमारे भारत की लम्बीर का (ख) अनैतिक प्रवृत्तियों ने मानचित्र पर चमकाएँगे। न- 1. किसने भारत की तसवीर को विकृत कर दिया है? (क) नैतिक मूल्यों ने (ग) वैज्ञानिक दृष्टि ने (घ) इनमें से कोई नहीं 2. किस कारण भारत की तसवीर के रंग फीके पड़ते जा रहे हैं? (क) भ्रष्ट नेताओं के (ख) राष्ट्रप्रेम के (ग) परोपकार के (घ) आरक्षण के 3. आजकल कौन-कौन सी भावनाएँ लुप्त होती जा रही है? (क) सत्य (ख) परोपकार (ग) अहिंसा (घ) उपर्युक्त सभी 4. पहले भारत किसकी तरह था? (क) तपोभूमि (ख) हरिभूमि (ग) देवभूमि (घ) इनमें से कोई नहीं 5. इनमें से कौन-सी भावना लुप्त होती जा रही है? (क) सत्य की (ख) परोपकार की (ग) अहिंसा की (घ) उपर्युक्त सभी give answers
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Can you write the question in short form
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2
the process by which green plants turn carbon dioxide and water into food using energy from sunlight
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