15. "बूंद" के सागर के जल से हटकर सूर्य 2 points
के सन्मुख आने पर क्या हुआ?
O वातावरण में ही भटकती रही
O उस एक नई पहचान मिल गई
O उसका पर्यटन निरर्थक रहा
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सही उत्तर है...
➲ उसे एक नई पहचान मिल गई
✎... एक बूंद सागर से अलग होकर क्षण भर में सूर्य के प्रकाश से चमक होती है। इस तरह वह अपने जीवन को सार्थक कर देती है। वह इस बात का प्रतीक बन जाती है कि इस भूचाल संसार रूपी सागर में मनुष्य चाहे तो अपने नश्वर शरीर के साथ भी स्वयं के छोटे से जीवन को सार्थक कर सकता है। बूंद सागर से अलग होकर क्षण भर के लिए सूर्य के प्रकाश में चमक कर अपनी एक अलग पहचान बना लेती है और बाद में वह समुद्र में ही समा जाती है। भले ही क्षण भर के लिए सही, उसने अपनी एक अलग पहचान बनाई। उसी तरह मनुष्य अपने इस नश्वर शरीर के साथ संसार रूपी सागर में अपने जीवन को सार्थक कर एक नई पहचान बना सकता है।
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