16. 'मंजिल भी तो है दूर नहीं-यह विचार किस के
मन में आ रहा है ?
(क) पंथी के
(ख) पर्वतारोही के
(ग) सैनिक के
(घ) खिलाड़ी के।
Answers
Answered by
3
Explanation:
(क)panti k
ho jaye na path mai raat kahi
manjil bhi to dhur nahi
ye soch kr din ka hara panti jldi jldi chlta h
din jldi jldi dhlta hai
Answered by
0
सही विकल्प होगा...
✔ (क) पंथी के
स्पष्टीकरण ⦂
मंजिल भी तो दूर नहीं। यह विचार पंथी के मन में आ रहा है, इसलिए पंथी तेज-तेज कदमों से अपने घर पहुंच जाना चाहता है, लेकिन फिर उसके कदमों में शिथिलता आ जाती है। क्योंकि उसे याद आता है कि घर पर उसके इंतजार करने वाला कोई नहीं है तो वह किसके लिए जल्दी-जल्दी घर जाए। ‘दिन जल्दी जल्दी ढलता है’ नामक कविता में कवि हरिवंश राय बच्चन ने यही विचार व्यक्त किए हैं।
Similar questions