17. भू निम्नकरण को कम करने के कोई तीन उपाय लिखिए।
Answers
Explanation:
भूमि निम्नीकरण में जिम्मेदार तत्व :
1. खनन : यह भूमि निम्नीकरण का सबसे महत्वपूर्ण कारक है।
(i) खनन के उपरांत खदानों वाले स्थानों को गहरी खाइयों और मलबे के साथ खुला छोड़ दिया जाता है। खनन के कारण झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उड़ीसा जैसे राज्यों में वनोन्मूलन भूमि निम्नीकरण का कारण बना है।
(ii) खनिज प्रक्रियाएँ जैसे सीमेंट उद्योग में चूना पत्थर को पीसना और मृदा बर्तन उद्योग में चूने (खड़िया मृदा) और सेलखड़ी के प्रायेग से बहुत अधिक मात्रा में वायुमंडल में धूल विसर्जित होती है।
2. अति पशुचारण : गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और माराष्ट्र में अति पशुचारण भूमि निम्नीकरण का मुख्य कारण है।
3. जलाक्रांतता : पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अधिक सिंचार्इ भूमि निम्नीकरण के लिए उत्तरदायी है। अति सिंचन से उत्पन्न जलाक्रांतता भी भूमि निम्नीकरण के लिए उत्तरदायी है जिससे मृदा में लवणीयता और क्षारीयता बढ़ जाती है।
4. औद्योगिकरण : पिछले कुछ वर्षो से देश के विभिन्न भागों में औद्योगिक जल निकास से बाहर आने वाला अपशिष्ट पदार्थ भूमि और जल प्रदूषण का मुख्य स्त्रोत है।
Solutions
1. वनारोपण।
2. चरागाहों का उचित प्रबंधन।
3. पशुचारण नियंत्राण।
4. रक्षक मेखला
5. रेतीले टीलों को काँटेदार झाड़ियाँ लगाकर स्थिर बनाना।
6. खनन नियंत्राण
7. औद्योगिक जल का परिष्करण के पश्चात् विसर्जन।
8. औद्योगिक अपशिष्ट का पूर्ण निरावेशन तथा नष्ट करना।
9. नमी संरक्षण तथा खरपतवार नियंत्राण।
भूमि निम्नीकरण के संरक्षण के उपाय
भूमि के निम्नीकरण को निम्नलिखित तरीकों से कम किया जा सकता है, बल्कि रोका भी जा सकता है:
(a) वनारोपण करके।
(b) चरागाहों के उचित प्रबंधन तथा पशुचारण नियंत्रण से।
(c) पेड़ों की रक्षक मेखला बना कर मिट्टी का वायु तथा जल से अपरदन रोका जा सकता है।
(d) रेतीले टीलों को काँटेदार झाड़ियाँ लगाकर स्थिर बनाकर।
(e) बंजर भूमि के उचित प्रबंधन से।
(f) खनन नियंत्रण से।
(g) औद्योगिक जल को परिष्करण के पश्चात ही विसर्जित कर जल तथ भूमि के प्रदूषण को कम कर।