1977 के आम चुनावों में कांग्रेस पार्टी को कितनी सीटें प्राप्त हुई
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Answer:
1977 के आम चुनावों में कांग्रेस को सिर्फ 154 सीटें मिलीं
Explanation:
1975 में इंदिरा गांधी ने पूरे देश को इमरजेंसी की आग में झोंक दिया। जिससे जनता में कांग्रेस के प्रति अविश्वास चरम पर पहुंच गया। आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस को 1977 के चुनावों में करारी शिकस्त मिली थी। कांग्रेस को सिर्फ 154 सीटें मिलीं। कांग्रेस का वोट शेयर घटकर 35 प्रतिशत के नीचे चला गया। जनता पार्टी और गठबंधन को 542 में से 330 सीटें मिलीं। 295 सीटें अकेले जनता पार्टी के खाते से थीं।
बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के हर चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। राजस्थान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस सिर्फ एक सीट ही जीत सकी। इंदिरा गांधी अपने चुनाव क्षेत्र रायबरेली और उनके पुत्र संजय गांधी अमेठी से हार गए। लेकिन कांग्रेस को पूरे भारत में हार का सामना नहीं करना पड़ा। महाराष्ट्र, गुजरात और उड़ीसा में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया। दक्षिण भारत में तो कांग्रेस बहुमत में रही। इसकी वजह ये थी कि इमरजेंसी का ज्यादातर असर उत्तर भारत में था।
इसके अलावा उत्तर भारत की राजनीति के चरित्र में कुछ दूरगामी परिवर्तन देखने को मिले। मध्य और पिछड़ी जातियों का वोटर कांग्रेस से खुश नहीं था। जनता पार्टी ने ऐसे वोटर्स को एक नया प्लेटफॉर्म दिया। इस तरह 1977 का आम चुनाव सिर्फ इमरजेंसी से जुड़ा हुआ नहीं था। ये राजनीतिक बदलाव की नई इबारत लिख रहा था।