1990 से 2000 के बीच कौन कौन सी गठबंधन सरकारें बनी और उनकी मुख्य उपलब्धियां और कमियां क्या थी
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Answer:
1989 के आम चुनाव के बाद, वी.पी.सिंह ने भाजपा सहित विभिन्न दलों की गठबंधन सरकार बनाई। सरकार दो साल भी नहीं चली।
वी.पी.सिंह के पतन के बाद, चंद्रशेखर 1990 के नवंबर में पीएम बने। यह राजीव गांधी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस (आई) के बाहरी समर्थन वाली अल्पसंख्यक गठबंधन सरकार थी। 6 मार्च, 1991 को चंद्रशेखर ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
1991 के आम चुनाव के बाद पी.वी.नरसिम्हा राव ने अल्पसंख्यक सरकार बनाई क्योंकि कांग्रेस ने आम चुनाव में 244 सीटें हासिल कीं। उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।
आम चुनाव में 1996 में कांग्रेस को ट्रेंड किया गया था। 167 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। भाजपा से सरकार बनाने का आह्वान किया गया। ए.बी. वाजपेयी ने उस सरकार का गठन किया जो 16 दिनों तक चली।
भाजपा सरकार के पतन के बाद, देवेगौड़ा के नेतृत्व में जनता दल ने संयुक्त मोर्चा सरकार का गठन किया। संयुक्त मोर्चा को 545 सांसदों में से 332 का समर्थन प्राप्त था। देवेगौड़ा की सरकार सिर्फ दस महीनों में गिर गई।
देवेगौड़ा सरकार के पतन के बाद, I.K.Gujral, ने nover लिया। यह प्रयोग भी अल्पकालिक था। लालूप्रसाद ने जनता दल छोड़ कर अब अपनी पार्टी बनाई। इसलिए केंद्र की सरकार भी संसद के लिए आम चुनाव की आवश्यकता के कारण गिर गई।
1998 में भाजपा 182 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी। इसने वाजपेयी के नेतृत्व में गठबंधन एनडीए की सरकार बनाई। सरकार 13 महीने तक चली।
1999 के आम चुनाव में बीजेपी ने 182 सीटों के साथ सबसे ज्यादा सीटें हासिल की और सरकार बनाने का आह्वान किया। ए.बी.वाजपेयी ने एनडीए सरकार का गठन किया जो पूरे कार्यकाल तक चली।
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Explanation:
1977-1979 में गठबंधन सरकार
भारत में पहली गठबंधन सरकार 1977-1979 के दौरान जनता पार्टी की थी। यह गठबंधन सरकार मोरारजी देसाई के नेतृत्व में बनी थी। इनमें कांग्रेस (ओ), भारतीय जनसंघ, भारतीय लोक दल
1979-1980: गठबंधन सरकार
गठबंधन का नाम: जनता पार्टी (सेक्युलर) प्रधान मंत्री: चौधरी चरण सिंह संविधान दल: जनता पार्टी (सेक्युलर) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (यू)। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई) ने इस गठबंधन सरकार को बाहरी समर्थन दिया था।
1989-1990: गठबंधन सरकार
गठबंधन का नाम: राष्ट्रीय मोर्चा प्रधान मंत्री: विश्वनाथ प्रताप सिंह (वी.पी सिंह) घटक दल: जनता दल, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), डीएमके, असम गण परिषद (एजीपी) और कांग्रेस (समाजवादी)। भारतीय जनता पार्टी और वाम दलों ने इस गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दिया था।
विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार की प्रमुख उपलब्धियां:
- (1). मंडल आयोग की सिफारिशों का कार्यान्वयन
- (2). सामाजिक न्याय
1990-1991: गठबंधन सरकार
गठबंधन का नाम: समाजवादी जनता पार्टी + प्रधान मंत्री: श्री चंद्रशेखर घटक पार्टी: जनता दल (एस), जनता पार्टी। कांग्रेस (आई) ने सरकार को बाहर से समर्थन दिया था।
1996-1997: में गठबंधन सरकार
गठबंधन का नाम: संयुक्त मोर्चा प्रधान मंत्री: एच.डी. देवेगौड़ा संविधान पार्टी: संयुक्त मोर्चा 1996 के आम चुनावों के बाद भारत में गठित 13 राजनीतिक दलों की गठबंधन सरकार थी। इस गठबंधन सरकार में शामिल प्रमुख दल जनता दल, समाजवादी पार्टी, भाकपा, सीपीआई (एम), डीएमके, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), टीएमसी, असम गण परिषद (एजीपी) और अन्य थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 1998 तक इस गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दिया।
1997-1998 में गठबंधन सरकार
गठबंधन का नाम: संयुक्त मोर्चा प्रधान मंत्री: इंद्र कुमार गुजराल (आई.के. गुजराल) कांग्रेस पार्टी ने इस गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दिया था।
1998 - 1999 में गठबंधन सरकार
गठबंधन का नाम: भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन प्रधानमंत्री: अटल बिहारी वाजपेयी (ए.बी. वाजपेयी) रॉ (पीएमके), टीआरसी और अन्य। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस गठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दिया।
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