Physics, asked by rishu9876, 10 months ago

+1uc तथा –1uC के दो बिन्दु-आवेश एक-दूसरे से 2 सेमी को
दूरी पर स्थित हैं। दोनों मिलकर एक वैद्युत द्विध्रुव की रचना करते
हैं। यह वैद्युत द्विध्रुव 1 x 10 वोल्ट मोटर के एकसमान वैद्युत
क्षेत्र में स्थित है। ज्ञात कीजिए : (i) वैद्युत द्विधु का आघूर्ण
तथा (ii) वैद्युत द्विध्रुव पर आरोपित अधिकतम बल-आघूर्ण
(उ० प्र० 2011)​

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Answered by dvnsritvik
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Answer:

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Answered by sonuvuce
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(i) विद्युत द्विध्रुव का आघूर्ण = 2×10⁻⁸ कूलाम्ब-मीटर

(ii) वैद्युत द्विध्रुव पर आरोपित अधिकतम बल-आघूर्ण = 2×10⁻⁷ न्यूटन-मीटर

Explanation:

हम जानते हैं कि यदि दो आवेश +q तथा -q से एक द्विध्रुव की रचना होती है और ये एकसमान विद्युत क्षेत्र E में d  दूरी पर रखे जाते हैं तो वे एक बल युग्म बनाते हैं तथा बल आघूर्ण बनाते हैं

इस बल आघूर्ण का मान होता है

\tau=qE\sin\theta

परंतु आवेशों के कारण द्विध्रुव आघूर्ण

p=qE

अतः

\tau=pE\sin\theta

जहाँ θ, q तथा -q आवेशों को जोड़ने वाली रेखा का विद्युत् क्षेत्र से बनाया गया कोण है|

दिए गए प्रश्न में

q = 1 μC = 10⁻⁶ C

E = 10 वोल्ट मीटर

d = 2 सेमी = 0.02 मीटर

अतः

(i) द्विध्रुव आघूर्ण = q × d = 10⁻⁶ × 0.02 = 2×10⁻⁸ कूलाम्ब-मीटर

(ii) बल अघूर्ण अधिकतम होगा जब \sin\theta = 1

अतः अधिकतम बल आघूर्ण

=pE

= 2×10⁻⁸ × 10

= 2×10⁻⁷  न्यूटन-मीटर

आशा है यह उत्तर आपके लिए उपयोगी होगा|

और जानिये:

प्र. किसी बिन्दु आवेश से नियत दूरी विद्युत क्षेत्र 50 V/m तथा विभव 300 V है, यह दूरी है:

यहाँ जानिये: https://brainly.in/question/14654511

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