Hindi, asked by seema221, 2 months ago

2. आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली की व्याख्या करें।
3. सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के पक्ष-विपक्ष में कुछ तर्क एक
4. पृथक निर्वाचन मंडल और आरक्षित चुनाव क्षेत्र के बीच अंतर
5. लोकसभा और राज्य की विधान सभाओं में महिलाओं का प्रतिनि
6. चुनाव आयोग का स्वतंत्र और निष्पक्ष होना क्यों आवश्यक है?​

Answers

Answered by Pavan00000
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2) आनुपातिक प्रतिनिधित्व शब्द का अभिप्राय उस निर्वाचन प्रणाली से है जिसका उद्देश्य लोकसभा में जनता के विचारों की एकताओं तथा विभिन्नताओं को गणितरूपी यथार्थता से प्रतिबिंबित करना है। 19वीं शताब्दी के संसदीय अनुभव ने परंपरागत प्रतिनिधित्व की प्रणाली के कुछ स्वाभाविक दोषों पर प्रकाश डाला। सरल बहुतमत तथा अपेक्षाकृत मताधिकीय पद्धति (सिंपुल मेजारिटी ऐंड रिलेटिव मेजारिटी सिस्टम) के अंतर्गत प्रत्येक निर्वाचनक्षेत्र में एक या अनेक सदस्य बहुमत के आधार पर चुने जाते हैं। अर्थात् इस प्रणाली में इस बात को कोई महत्व नहीं दिया जाता कि निर्वाचित सदस्यों के प्राप्त मतों तथा कुल मतों में क्या अनुपात है।

3) उन्नीसवीं सदी में लोकतंत्र के लिए होने वाले संघर्ष अकसर राजनीतिक समानता, आज़ादी और न्याय जैसे मूल्यों को लेकर ही होते थे। एक मुख्य माँग यह रहा करती थी कि सभी वयस्क नागरिकों को मतदान का अधिकार हो।

4) पृथक निर्वाचन मंडल में एक चुनाव क्षेत्र से विभिन्न जातियों के प्रतिनिधि चुनाव में खड़े होते हैं तथा हर एक मतदाता अपनी जाति के प्रतिनिधि को ही चुनाव में वोट देता है।

Answered by XxItzAdyashaxX
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Answer:

2.) आनुपातिक प्रतिनिधित्व (Proportional representation)(PR with STV system ) शब्द का अभिप्राय उस निर्वाचन प्रणाली से है जिसका उद्देश्य लोकसभा में जनता के विचारों की एकताओं तथा विभिन्नताओं को गणितरूपी यथार्थता से प्रतिबिंबित करना है।

3.)

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