2. चिड़ियाँ चहकी कलिया महकी
पूरब से फिर सूरज निकला
जैसी होती थी फिर सुबह हुई
क्यों सोते-सोते सोचा था।
होगी प्रात: कुछ बात नई
लो दिन बीता, लो रात गई।
प्रश्न (क) कविता में किस समय का वर्णन है?
(ख) सुबह होने पर क्या-क्या हुआ?
(ग) कवि ने सोते हुए क्या सोचा था?
(घ) 'लो दिन बीता, लो रात गई' से क्या भाव प्रकट होता है?
Answers
Answered by
1
Answer:
क) सुबह का
ख) चिड़िया चाहकी कालिया मेहकी पूरब से सूरज निकाला
ग) चिड़िया चाहकी कालिया मेहकी पूरब से सूरज निकाला
घ) 'लो दिन बीता, लो रात गई' से भाव प्रकट होता है की दिन भीत गया और रात गई।
Explanation:
HOPE IT HELP YOU
Answered by
0
Answer:
bwhfwhv28svegbec3
Explanation:
Similar questions
Biology,
1 month ago
Social Sciences,
1 month ago
Math,
2 months ago
Math,
9 months ago
History,
9 months ago