Hindi, asked by shiv9786, 10 months ago

2. HOTS इस आत्मकथ्य में लेखिका के पिता ने रसोई को
'भटियारखाना कहकर क्यों संबोधित किया है?
उत्तर लेखिका के पिता ने रसोई को भटियारखाना' इसलिए कहा है,
क्योंकि उनका विश्वास था कि रसोईघर में हमेशा भट्टी तपती
रहती है और वहाँ पर मनुष्य की प्रतिभा का विकास न होकर
केवल हास ही होता है अर्थात् व्यक्ति की क्षमता भट्टी में झोंक
दी जाती है। वह केवल खाना बनाने और खिलाने तक ही
सीमित रह जाती है।
इसे दूसरे शब्दों में इस प्रकार अभिव्यक्त किया जा सकता है
कि रसोईघर भटियारे के घर के सदृश है, जहाँ असभ्य लोगों
का जमघट होता है, जो केवल शोर-गुल करते रहते हैं। अतः
प्रतिभावान लड़कियों को रसोई के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। kindly explain it in english​

Answers

Answered by panoop03364
2

The writer's father has said 'Bhatiyarkhana' to the kitchen,

Because they believed that the furnace always heat in the kitchen

Lives and there is no development of human talent

There is only loss ie the ability of the person to put in the furnace

Is given. It is only till cooking and feeding

It remains limited.

In other words, it can be expressed as

That the kitchen is similar to Bhatiare's house, where rude people

There are scrums, which only make noise. Therefore

Talented girls should not get into the kitchen.

Answered by vyaskvyas71
1

Explanation:

लेखिका के पिता का मानना था, की रसोई काम में लग

जाने के कारण लड़कियों की क्षमता और प्रतिभा नष्ट हो

जाती है l वे पकाने - खाने तक ही सीमित रह जाती है l

और अपनी सही प्रतिभा का उपयोग नहीं कर पाती l

THANK YOU ❤❤

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