2 पेज के साथ आसान शब्द में भ्रष्टाचार मुक्त भारत भाषण
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भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर निबंध
भारत विभिन्न स्तरों पर भ्रष्टाचार की समस्या का सामना करता है। यह समस्या आंतरिक रूप से हमारे देश को खा रही है। यह सही समय है कि हम में से हर एक को हमारे देश पर पड़ते भ्रष्टाचार के नकारात्मक प्रभावों को महसूस करना चाहिए और हमारे देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए अपना योगदान देना चाहिए।
ऐसा अक्सर कहा जाता है कि भारतीय राजनीतिज्ञ भ्रष्ट हैं लेकिन यह एकमात्र ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां भ्रष्टाचार निहित है। भ्रष्टाचार हर क्षेत्र में मौजूद है और यह हमारे देश को बर्बाद कर रहा है। भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर हमने यहाँ अलग-अलग लंबाई के निबंध उपलब्ध कराएँ हैं जो आपकी परीक्षा में इस विषय के साथ आपकी सहायता कर सकते हैं। आप अपनी पसंद के किसी भी भ्रष्टाचार मुक्त भारत निबंध का चयन कर सकते हैं:
भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर लंबे और छोटे निबंध (Long and Short Essay on Corruption Free India)
भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर निबंध 1 (200 शब्द)
मैं एक भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना देखता हूँ। वह जगह जहां हर कोई कड़ी मेहनत करता है और उसे अपनी मेहनत का फल मिलता है। एक जगह जो हर किसी को अपनी जाति, रंग, पंथ या धर्म को दरकिनार कर उनके ज्ञान और कौशल के आधार पर समान अवसर देती है। एक जगह जहां लोग अपने स्वार्थी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आसपास के अन्य लोगों का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
लेकिन अफसोस मैं जैसी कल्पना करता हूँ भारत इस आदर्श जगह से बहुत दूर है। हर कोई इतना पैसा कमाने और अपनी जीवन शैली का विकास करना चाहता है कि वे अपने सपने और महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भ्रष्ट तरीकों का उपयोग करने से भी नहीं डरते। यह एक सामान्य धारणा है कि जो लोग ईमानदारी से काम करते हैं वे कभी भी अपने सपनों को पूरा नहीं कर पाते। उन्हें कोई पदोन्नति नहीं मिलती और कम वेतन मिलता है। दूसरी ओर जो लोग रिश्वत लेते हैं और अपने कार्यों को पूरा करने के लिए अनुचित साधनों का उपयोग करते हैं वे सफलता की सीढ़ी चढ़ते हैं और बेहतर जीवन जीते हैं।
यह समझने की जरूरत है कि भले भ्रष्ट तरीकों का उपयोग करना अधिकांश मामलों में पैसा कमाने का एक आसान तरीका है लेकिन यह वास्तव में आपको ख़ुशी नहीं दे सकता है। आप ऐसे ख़राब रास्ते पर चल अच्छी तरह से धन कमा सकते हैं लेकिन क्या आपके मन को कभी शांति मिल पाएगी? नहीं! आपको अस्थायी रूप से खुशी जरुर मिल सकती है लेकिन आप लंबे समय तक असंतुष्ट और नाखुश रहेंगे।
हम में से हर एक को भ्रष्ट प्रथाओं को छोड़ने का प्रतिज्ञा लेनी चाहिए। इस तरह हमारा जीवन बेहतर होगा और हमारा देश एक बेहतर स्थान बन जाएगा।
भ्रष्टाचार मुक्त भारत पर निबंध 2 (300 शब्द)
प्रस्तावना
भारत, एक देश जो उच्च मूल्यों, नैतिकता और परंपराओं का दावा करता है, को भ्रष्टाचार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ये हमारे देश में विभिन्न बुरी प्रथाओं में से एक है जिनसे हमारा देश संघर्ष कर रहा है। देश की पूरी व्यवस्था विभिन्न स्तरों के भ्रष्टाचार पर आधारित है।
भारत सरकार को एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए
भारत में सरकार और राजनीतिक दल अपने भ्रष्ट तरीकों के लिए जाने जाते हैं। भ्रष्ट प्रथाओं में लिप्त होने की बजाए उन्हें भ्रष्टाचार की समस्या पर काबू पाने के लिए काम करना चाहिए। उन्हें नागरिकों के लिए एक उदाहरण तैयार करना चाहिए और भ्रष्ट तरीकों से काम करने के बजाए उन्हें अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करने के लिए उन्हें प्रेरित करना चाहिए।
राजनीतिक दलों और मंत्रियों का चयन
भारत में कोई भी चुनाव के लिए खड़ा हो सकता है और अपना राजनीतिक दल बना सकता है। पात्रता मानदंड में किसी व्यक्ति की शैक्षणिक योग्यता शामिल नहीं है। ऐसे भी मंत्री हैं जो कभी स्कूल नहीं गए हैं और राजनीतिक व्यवस्था के बारे में उनका ज्ञान पूरी तरह से शून्य है। कुछ नेता ऐसे भी हैं जिनका पिछला रिकॉर्ड अपराधी प्रवृत्ति का है। जब देश ऐसे लोगों द्वारा नियंत्रित किया जाएगा तो भ्रष्टाचार होना लाज़मी है। एक न्यूनतम शैक्षिक योग्यता मानदंड निर्धारित किया जाना चाहिए। केवल वे अभ्यर्थी, जो शैक्षिक मानदंडों को पूरा करते हैं और जिनका रिकॉर्ड साफ़ सुथरा है, उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दी जानी चाहिए। चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को उनके द्वारा नियुक्त विभिन्न कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को संभालने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। अच्छी तरह से प्रशिक्षित और एक शिक्षित व्यक्ति ही निश्चित रूप से देश को बेहतर तरीके से चला सकता है।
सभी के लिए एक निर्धारित प्रोटोकॉल होना चाहिए और मंत्रियों की गतिविधियों को उच्च अधिकारियों द्वारा निगरानी की जानी चाहिए कि इसका पालन किया जा रहा है या नहीं।
निष्कर्ष
हालांकि हम में से हर एक व्यक्ति भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहता है लेकिन कोई भी इस प्रयास के लिए योगदान करने को तैयार नहीं है। भ्रष्टाचार कम करने की बजाए हम इसे बढ़ा रहे हैं। हमारे देश को इस बुरी प्रथा से मुक्त करने के लिए हमें एकजुट होना चाहिए और हमारे प्रयासों में ईमानदार लानी चाहिए।
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