20 upsarg aur 20 prathya sa bana word
Answers
उपसर्ग के भेद :
उपसर्ग के मुख्यतः पांच भेद होते हैं :
संस्कृत के उपसर्ग
हिंदी के उपसर्ग
उर्दू और फ़ारसी के उपसर्ग
अंग्रेजी के उपसर्ग
उपसर्ग की तरह प्रयुक्त होने वाले संस्कृत के अव्यय
1. संस्कृत के उपसर्ग :
संस्कृत के कुल 21 उपसर्ग होते हैं। ये नीचे दिए गए हैं:
1. अति उपसर्ग : अति का अर्थ होता है ज़्यादा या अधिक।
उदाहरण : अतीन्द्रिय , अत्युक्ति , अत्युत्तम , अत्यावश्यक , अतीव , अतिकाल , अतिरेक, अत्यधिक, अत्यल्प, अतिक्रमण, अतिवृष्टि, अतिशीघ्र, अत्याचार आदि।
2. अनु उपसर्ग : अनु का अर्थ होता है बाद में या क्रम में।
उदाहरण : अनुरूप , अनुपात , अनुचर , अनुकरण , अनुसार , अनुशासन, अनुक्रमांक , अनुकंपा , अनुज,अनुशंसा , अन्वय , अन्वीक्षण , अन्वेषण , अनुच्छेद , अनूदित, अनुवाद , अनुस्वार , अनुशीलन , अनुकूल , अनुक्रम , अनुभव आदि।
3. अ उपसर्ग : अ का अर्थ होता है अभाव , अन , निषेध , नहीं , विपरीत।
उदाहरण : अथाह , अनाचार , अलौकिक , अस्वीकार , अन्याय , अशोक , अहिंसा , अवगुण , अर्जित, अधर , अपलक , अटल , अमर , अचल , अनाथ , अविश्वास , अधर्म, अचेतन , अज्ञान , अलग , अनजान , अनमोल , अनेक , अनिष्ट , आदि।