2025 ka bharat kaisa tha essay 250 300 words
Answers
*उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।
* 2009 में भारत की आबादी 119 करोड़ 80 लाख दर्ज की गई थी। अनुमान है कि 2026 तक आबादी में 37 करोड़ 10 लाख लोग और जुड़ जाएँगे।
*यदि देश की जनसंख्या इसी तेजी से बढ़ती रही तो 2050 तक दोगुनी हो जाएगी। उस स्थिति में देश की कई व्यवस्थाएँ ध्वस्त हो सकती हैं।
*ताजा आँकड़ों के मुताबिक भारत की आबादी 121 करोड़ है। लेकिन, 2050 तक भारत की जनसंख्या 161 करोड़ के पार हो जाएगी। जबकि, चीन करीब 142 करोड़ पर ठहर जाएगी।
कई देशों पर भारी भारतीय प्रदेश :
*उत्तर प्रदेश की आबादी ब्राजील की आबादी के करीब -करीब बराबर है।
*महाराष्ट्र की आबादी मेक्सिको के बराबर है।
*बिहार की आबादी 9 करोड़ के करीब है, जो जर्मनी की जनसंख्या (8 करोड़ 30 लाख) से ज्यादा है।
*उत्तरप्रदेश की आबादी 22 फीसदी, दक्षिण भारतीय राज्यों की आबादी 13 फीसदी और बिहार की आबादी 8 फीसदी प्रतिवर्ष की विस्फोटक दर से बढ़ रही है।
हर साल 1.70 करोड़ की बढ़ोतरी :
*भारत में बीते पाँच साल में जनसंख्या वृद्घि की दर 1.4 फीसदी रही है। यानी हर साल जनसंख्या में करीब एक करोड़ 70 लाख लोग जुड़ रहे हैं।
*बढ़ती जनसंख्या के लिए संसाधन जुटाना कभी न खत्म होने वाली मुश्किल की तरह है।
*पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तराखंड में जनसंख्या एक फीसदी की दर से बढ़ रही है।
*जनसंख्या स्थिर करने के मामले में पूर्वोत्तर राज्य, छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों से काफी आगे हैं।
ज्यादा आबादी के कारण :
*बच्चों की अकाल मृत्यु दर ज्यादा होने की वजह से भी जनसंख्या बढ़ रही है। अकाल मौत के डर से लोग ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं।
*कम उम्र में शादी और जल्द गर्भधारण के मामले भी जनसंख्या की आग में घी का काम कर रहे हैं।
*लड़के की चाहत और लड़का पैदा न होने तक बच्चे पैदा करने जैसे मामले भी भारत में आम हैं।
*बढ़ती आबादी के साथ ही देश के कई राज्यों में लिंग अनुपात बुरी तरह गड़बड़ा गया है।
*उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।
*2009 में भारत की आबादी 119 करोड़ 80 लाख दर्ज की गई थी। अनुमान है कि 2026 तक आबादी में 37 करोड़ 10 लाख लोग और जुड़ जाएँगे।
*यदि देश की जनसंख्या इसी तेजी से बढ़ती रही तो 2050 तक दोगुनी हो जाएगी। उस स्थिति में देश की कई व्यवस्थाएँ ध्वस्त हो सकती हैं।
*ताजा आँकड़ों के मुताबिक भारत की आबादी 121 करोड़ है। लेकिन, 2050 तक भारत की जनसंख्या 161 करोड़ के पार हो जाएगी। जबकि, चीन करीब 142 करोड़ पर ठहर जाएगी।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की 17 जुलाई 2010 में जारी रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया था कि भारत 2050 में दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश होगा। आशंका यह भी है कि जनसंख्या विस्फोट के मामले में भारत चीन को पीछे छोड़ देगा। बीते 100 साल में भारत की जनसंख्या पाँच गुना बढ़ी है।
*उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।
* 2009 में भारत की आबादी 119 करोड़ 80 लाख दर्ज की गई थी। अनुमान है कि 2026 तक आबादी में 37 करोड़ 10 लाख लोग और जुड़ जाएँगे।
*यदि देश की जनसंख्या इसी तेजी से बढ़ती रही तो 2050 तक दोगुनी हो जाएगी। उस स्थिति में देश की कई व्यवस्थाएँ ध्वस्त हो सकती हैं। *ताजा आँकड़ों के मुताबिक भारत की आबादी 121 करोड़ है। लेकिन, 2050 तक भारत की जनसंख्या 161 करोड़ के पार हो जाएगी। जबकि, चीन करीब 142 करोड़ पर ठहर जाएगी।
कई देशों पर भारी भारतीय प्रदेश :
*उत्तर प्रदेश की आबादी ब्राजील की आबादी के करीब -करीब बराबर है।
*महाराष्ट्र की आबादी मेक्सिको के बराबर है।
*बिहार की आबादी 9 करोड़ के करीब है, जो जर्मनी की जनसंख्या (8 करोड़ 30 लाख) से ज्यादा है।*उत्तरप्रदेश की आबादी 22 फीसदी, दक्षिण भारतीय राज्यों की आबादी 13 फीसदी और बिहार की आबादी 8 फीसदी प्रतिवर्ष की विस्फोटक दर से बढ़ रही है।
हर साल 1.70 करोड़ की बढ़ोतरी :
*भारत में बीते पाँच साल में जनसंख्या वृद्घि की दर 1.4 फीसदी रही है। यानी हर साल जनसंख्या में करीब एक करोड़ 70 लाख लोग जुड़ रहे हैं।
*बढ़ती जनसंख्या के लिए संसाधन जुटाना कभी न खत्म होने वाली मुश्किल की तरह है। *पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तराखंड में जनसंख्या एक फीसदी की दर से बढ़ रही है।
*जनसंख्या स्थिर करने के मामले में पूर्वोत्तर राज्य, छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्यों से काफी आगे हैं।
ज्यादा आबादी के कारण :
*बच्चों की अकाल मृत्यु दर ज्यादा होने की वजह से भी जनसंख्या बढ़ रही है। अकाल मौत के डर से लोग ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं।*कम उम्र में शादी और जल्द गर्भधारण के मामले भी जनसंख्या की आग में घी का काम कर रहे हैं।
*लड़के की चाहत और लड़का पैदा न होने तक बच्चे पैदा करने जैसे मामले भी भारत में आम हैं।
*बढ़ती आबादी के साथ ही देश के कई राज्यों में लिंग अनुपात बुरी तरह गड़बड़ा गया है।
*उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और दक्षिण भारत के राज्यों में जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है।*2009 में भारत की आबादी 119 करोड़ 80 लाख दर्ज की गई थी। अनुमान है कि 2026 तक आबादी में 37 करोड़ 10 लाख लोग और जुड़ जाएँगे।
*यदि देश की जनसंख्या इसी तेजी से बढ़ती रही तो 2050 तक दोगुनी हो जाएगी। उस स्थिति में देश की कई व्यवस्थाएँ ध्वस्त हो सकती हैं।
*ताजा आँकड़ों के मुताबिक भारत की आबादी 121 करोड़ है। लेकिन, 2050 तक भारत की जनसंख्या 161 करोड़ के पार हो जाएगी। जबकि, चीन करीब 142 करोड़ पर ठहर जाएगी।