22.
'सेवक बन बैठा अपने ही घर में' उक्ति है
(a) भीष्म की
(b) कर्ण की
(c) कुंती की
(d) इनमें से कोई नहीं
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Answer of this question is option d
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d.) 'सेवक बन बैठा अपने ही घर में' उक्ति है इनमें से कोई नहीं
Explanation:
आत्म-अभिव्यक्ति उस व्यक्ति के लिए सुखद है जो स्वयं को अपने जीवनसाथी का सेवक मानता है। आत्म-अभिव्यक्ति की तलाश करने वाला कोई भी व्यक्ति अहंकार के जाल में फंस जाएगा। सुंदरता उन लोगों की प्रतीक्षा करती है जो इसकी तलाश करते हैं। सुंदरता उन लोगों को गर्व प्रदान करेगी जो इसे आगे बढ़ाते हैं। आदेश की इच्छा रखने वाले इसे पाएंगे। वह अपनी पूर्ति की तलाश में निराश होगा।
#SPJ3
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