3. हम भारतवासी सदैव दूसरों के दुख को अपना दुख मानते रहे हैं। इसका कारण यह है कि-
(अ) इससे दुखी व्यक्ति को सहारा मिलता है।
(ब) इससे दुखी व्यक्ति का दुख कम हो जाता है।
(स) ईश्वर रूपी तत्त्व सभी में समान रूप से बसता है।
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i think a) is correct .
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