History, asked by vk6092003, 7 months ago

3.
हड़प्पा संस्कृति की कृषि और कृषि प्रौद्योगिकी के मुख्य पक्ष कौन से थे?
(संकेत पृ. सं. 2.3, एन.सी.ई.आर.टी.)​

Answers

Answered by kalpeshvyas
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Answer:

सिन्धु और पंजाब में प्रतिवर्ष नदियों द्वारा लाइ गई उपजाऊ मिट्टी में कृषि कार्य अधिक श्रम-साध्य नहीं रहा होगा. इस नरम मिट्टी में कृषि के लिए शायद ताम्बे की पतली कुल्हाड़ियों को लकड़ी के हत्थे पर बाँध कर तत्कालीन किसान भूमि खोदते रहे होंगे. मोहनजोदड़ो से पत्थर के तीन ऐसे उपकरण मिले हैं जिनके आकार-प्रकार और भारीपन से इनके शस्त्र के रूप में प्रयुक्त होने की संभावना कम लगती है. इन्हें कुछ लापरवाही से निर्मित किया गया है. ऐसा सुझाव दिया जाता है कि ये हल के फाल थे. हल लकड़ी के रहे होंगे जो अब नष्ट हो गये हैं.

Answered by aditijaink283
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उत्तर:

हड़प्पा सभ्यता को दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी शहरी सभ्यता माना जाता है जिसने उस समय कई नवाचारों को जन्म दिया।

कृषि तकनीक हड़प्पा काल के दौरान हुए नवाचारों में से एक थी।

व्याख्या

हड़प्पा संस्कृति के कृषि और कृषि प्रौद्योगिकी के मुख्य पहलू थे: -

  • हड़प्पा ने मिट्टी को तोड़ने के लिए हल विकसित किया और साथ ही उनका उपयोग खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए भी किया जा सकता है। कालीबंगा और बनावली से जोता गया खेत तथा टेराकोटा के 'हल' का प्रमाण मिलता है।
  • वे सिंचाई के लिए कुओं और नहरों का भी उपयोग करते थे। धोलावीरा से एक बड़ा जल भंडार मिला था जिसे कृषि के लिए उपयोग किया जाने वाला माना जाता है।
  • फसल चयन में, उन्होंने गेहूं, जौ, दालें, मटर, चावल, तिल, अलसी और सरसों उगाई। इससे पता चलता है कि उन्हें मौसमी फसल और दालों जैसी फसलों का भी ज्ञान है जो मिट्टी में नाइट्रोजन स्थिरीकरण में मदद करती है।

अतः यह कहा जा सकता है कि हड़प्पा सभ्यता में मौजूद उपकरण और तकनीक काल के अनुसार बहुत अच्छी तरह से विकसित और आकर्षक थे।

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