3. निम्नलिखित अवतरण को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।जन का प्रवाह अनन्त होताहै। सहस्त्रों वर्षों से भूमि के साथ राष्ट्रीय जन ने तादात्म्य प्राप्तकिया है। जब तक सूर्य की रश्मियाँ नित्य प्रातः काल भवन को अमृत रस से भर देती है, तबतक राष्ट्रीय व जन का जीवन भी अमर है। इतिहास के अनेक उतार-चढ़ाव पार करने केबाद भी राष्ट्र-निवासी जन नई उठती लहरों से आगे बढ़ने के लिए अजर
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आधारित प्रश्नों के उत्तर
Explanation:
(i) राष्ट्रीय जन ने भूमि के साथ तादात्म्य प्राप्त किया है |
(ii) राष्ट्रीय जन का जीवन भी अमर है जब तक सूर्य की रश्मियों नित्य प्रातःकाल भुवन को अमृत से भारती रहेंगी |
(iii) जन का संततवाही जीवन नदी के प्रवाह की तरह है|
(iv) लेखक के अनुसार जब तक सूरज की किरणें संसार को अमृत से भारती रहेंगी, तब तक राष्ट्रीय जन का जीवन भी अमर है। इतिहास में राष्ट्रीय जन ने कई उतर चदाव देखे हैं पर फिर वो अमर है नयी आशाओं के साथ |
(v) हिंदी पाठ्य पुस्तक "साहित्य वैभव" के "राष्ट्र का स्वरूप" लेख से लिया हुआ है इसके लेखक डॉ. वासूदेवशरण अग्रवाल हैं |
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