3. निम्नलिखित विषयों पर टिप्पणी लिखिए :100 words
(क) लिपि का महत्व
(ख) लहजा या अनुतान
(ग) ध्वनियों और शब्द
Answers
Answer:
लिपि का शाब्दिक अर्थ होता है -लिखित या चित्रित करना। ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिह्नों का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है। हिन्दी की लिपि देवनागरी है। हिन्दी के अलावा -संस्कृत ,मराठी, कोंकणी, नेपाली आदि भाषाएँ भी देवनागरी में लिखी जाती है।
निम्नलिखित विषयों पर टिप्पणी-
Explanation:
(क) लिपि का महत्व:-
किसी भाषा के वर्णों तथा उससे बनने वाले शब्दों का सही लिखित रूप हमें उस भाषा की लिपि की जानकारी देता है। लिपि के दो पक्ष होते हैं -
- ध्वनियों का लेखन ( वर्ण - व्यवस्था )
- शब्दों का लेखन (वर्तनी - व्यवस्था )
हर भाषा में भाषिक ध्वनि के अनुसार लिपि चिन्ह बनाये जाते हैं, जिन्हें वर्ण माला कहा जाता है। लेखन के स्तर पर इसी वर्ण माला की सार्थक ध्वनियों से शब्द बनते हैं। इन शब्दों का लेखन ही वर्तनी व्यवस्था है। परम्परा से प्राप्त वर्ण माला में समय समय पर वर्णों की संख्या में वृद्धि होती रहती है।
(ख) लहजा या अनुतान :-
अनुतान या सुरलहर सुरों के उतार चढ़ाव या आरोह - अवरोह का क्रम है जो एकाधिक ध्वनियों की भाषिक इकाई के उच्चारण में सुनाई पड़ता है। सुर, तंत्रियों के कम्पन्न के कारण उत्पन्न एक ध्वनि गुण है, जो स्वर - तंत्रियों के प्रति सेकेण्ड कम्पनावृत्ति पर निर्भर करता है।
सुर किसी एक ध्वनि का होता है। किन्तु जब हम एक से अधिक ध्वनियों की कोई इकाई (शब्द , वाक्यांश , वाक्य ) का उच्चारण करते हैं तो हर ध्वनि का सुर प्रायः अलग अलग होता है। इस प्रकार सुरों के उतार चढ़ाव की लहर बनती है, जिसे सुरलहर या अनुतान कहते हैं।
(ग) ध्वनियों और शब्द:-
हिन्दी की वर्णमाला में मूलतः कुल 44 वर्ण हैं , इस कारण हम कह सकते हैं कि हिन्दी में लगभग 44 ध्वनियाँ हैं। कुछ नयी ध्वनियाँ भी जुड़ गयी हैं। कहा जाता है कि हिन्दी में 3-4 लाख शब्द हैं।
भाषा के शब्द ध्वनियों से निर्मित होते हैं। एक शब्द में एक ध्वनि हो सकती है, जैसे - आ, ए (संबोध न के लिए जैसे ए लड़के ) या एक शब्द में कई ध्वनियाँ हो सकती हैं।