Chemistry, asked by kshitijnimje6541, 10 months ago

300 K पर 36 g प्रति लीटर सांद्रता वाले ग्लूकोस के विलयन का परासरण दाब 4.98 bar है। यदि इसी ताप पर विलयन का परासरण दाब 1.52 bar हो तो उसकी सांद्रता क्या होगी?

Answers

Answered by anandjisingh78576
1

Answer:

According to me the answer of this question is

4ll

Answered by shishir303
2

हल इस प्रकार है...

प्रश्न में दिया गया है...

परासरण दाब = 4.98 bar,

w = 36 g,

V = 1 L

I के लिये...

πV = (w/M)RT

4.98 × 1 = 36/180 × R × T      ...... (i)

II के लिये..

1.52  = c × R × T (c =w/M × V)   ....... (ii)

समीकरण (i) व (ii) को हल करने पर...

c = 0.061 mol L⁻¹

अतः विलयन की सांद्रता होगी...

c = 0.061 mol L⁻¹

▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬  

पाठ ‘विलयन’ (रसायन विज्ञान - भाग 1, कक्षा - 12) के कुछ अन्य प्रश्नों के लिये नीचे दिये लिंक्स पर जायें...  

शक्कर के 5% (द्रव्यमान) जलीय विलयन का हिमांक 271 K है। यदि शुद्ध जल का हिमांक 273.15 K है तो ग्लूकोस के 5% जलीय विलयन के हिमांक की गणना कीजिए।  

https://brainly.in/question/15470367  

दो तत्व A एवं B मिलकर AB_2 एवं AB, सूत्र वाले दो यौगिक बनाते हैं। 20 g बेन्जीन में घोलने पर 1 g AB_2 हिमांक को 2.3 K अवनमित करता है। जबकि 1.0 g AB_4 से 1.3 K का अवनमन होता है। बेन्जीन के लिए मोलर अवनमन स्थिरांक  है। A एवं B के परमाणवीय द्रव्यमान की गणना कीजिए।

https://brainly.in/question/15470337

Similar questions