300 K पर 36 g प्रति लीटर सांद्रता वाले ग्लूकोस के विलयन का परासरण दाब 4.98 bar है। यदि इसी ताप पर विलयन का परासरण दाब 1.52 bar हो तो उसकी सांद्रता क्या होगी?
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Answer:
According to me the answer of this question is
4ll
हल इस प्रकार है...
प्रश्न में दिया गया है...
परासरण दाब = 4.98 bar,
w = 36 g,
V = 1 L
I के लिये...
πV = (w/M)RT
4.98 × 1 = 36/180 × R × T ...... (i)
II के लिये..
1.52 = c × R × T (c =w/M × V) ....... (ii)
समीकरण (i) व (ii) को हल करने पर...
c = 0.061 mol L⁻¹
अतः विलयन की सांद्रता होगी...
c = 0.061 mol L⁻¹
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