एक विलयन जिसे एक अवाष्पशील ठोस के 30 g को 90 g जल में विलीन करके बनाया गया है। उसका 298 K पर वाष्प दाब 2.8 kPa है। विलयन में 18 g जल और मिलाया जाता है जिससे नया वाष्प दाब 298 K पर 2.9 kPa हो जाता है। निम्नलिखित की गणना कीजिए।
(i) विलेय का मोलर द्रव्यमान
(ii) 298 K पर जल का वाष्प दाब।
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the answer will be 298 hope it helps
the process of cleaning dirt
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विलेय के मोल= 30/M
विलायक के मोल = 90/18= 5
90 ग्राम पानी में अघुलनशील ठोस के 30 ग्राम को घोलकर बनाया गया घोल। 298 K पर इसका वाष्प दाब 2.8 kPa है। समाधान में 18 ग्राम पानी डाला जाता है और 2.9 kPa पर वाष्प का नया दबाव 299 K होता है। अब हमें निम्नलिखित गणना करनी है।
(i) विलेय का दाढ़ द्रव्यमान
(ii) 298 K पर पानी का दबाव।
और पहला (i) उत्तर 23 gm / mol होगा
और दूसरा (ii) उत्तर 3.53 K.pa होगा
कुल गणितीय गणना नीचे दी गई अयोग्य तस्वीर है।
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