Hindi, asked by anushka2985, 11 months ago

4. कोई चीज़ जो परत-दर-परत सदियों से जम गई है, उसे शायद तुमने ठोकर मार-मारकर
अपना जूता फाड़ लिया। nihit, vyangya spasht Karen!!!​

Answers

Answered by acharyakaushiki100
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प्रेमचंद जब अपने स्त्री के साथ फ़ोटो खिंचने गए थे तब उन्होंने लक्षित नहीं किया कि उनका जूता फटा हुआ है और उनके पैर का एक उँगली बाहर दिख रहा है। इसलिए लेखक अनुमान करने लगे कि शायद बहुत दिनों से जमी कोई पत्थर या परत इतना सख़्त हो गया कि प्रेमचंद किसी कारणवश अपना गुस्सा निकालने के लिए अपने पैर से उसमें ठोकर मारने लगे और मार-मार कर अपना जूता फाड़ लिए।

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