4. कारक किसे कहते हैं? कारक के कितने भेद होते हैं? एक कारक भेद का नाम लिखकर उदाहरण दें।
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Answer:
कारक की परिभाषा
कारक का अर्थ होता है किसी कार्य को करने वाला। यानी जो भी क्रिया को करने में भूमिका निभाता है, वह कारक कहलाता है।
कारक के उदाहरण :
वह रोज़ सुबह गंगा किनारे जाता है।
वह पहाड़ों के बीच में है।
नरेश खाना खाता है।
सूरज किताब पढता है।
कारक के भेद :
कारक के मुख्यतः आठ भेद होते हैं :
1. कर्ता कारक
2. कर्म कारक
3. करण कारक
4. सम्प्रदान कारक
5. अपादान कारक
6. संबंध कारक
7. अधिकरण कारक
8. संबोधन कारक
1. कर्ता कारक :
जो वाक्य में कार्य को करता है, वह कर्ता कहलाता है। कर्ता वाक्य का वह रूप होता अहि जिसमे कार्य को करने वाले का पता चलता है।
कर्ता कारक का विभक्ति चिन्ह ‘ने’ होता है।
उदाहरण :
1 रामू ने अपने बच्चों को पीटा।
2. समीर जयपुर जा रहा है।
3. नरेश खाना खाता है।
4. विकास ने एक सुन्दर पत्र लिखा।
(कर्ता कारक के बारे में गहराई से पढनें के लिए यहाँ क्लिक करें – कर्ता कारक – उदाहरण, परिभाषा, चिन्ह)
2. कर्म कारक :
वह वस्तु या व्यक्ति जिस पर वाक्य में की गयी क्रिया का प्रभाव पड़ता है वह कर्म कहलाता है।
कर्म कारक का विभक्ति चिन्ह ‘को’ होता है।
उदाहरण :
गोपाल ने राधा को बुलाया।
रामू ने घोड़े को पानी पिलाया।
माँ ने बच्चे को खाना खिलाया।
मेरे दोस्त ने कुत्तों को भगाया।
(कर्म कारक के बारे में गहराई से पढनें के लिए यहाँ क्लिक करें – कर्म कारक – उदाहरण, परिभाषा, चिन्ह)
Answer:
जैसा की हमें कारक के नाम से ही पता चल रहा है कि यह किन्हीं वस्तुओं में संबंध बताता है। संज्ञा या सर्वनाम का वह रूप जो हमें किन्हीं दो वस्तुओं के बीच संबंध का बोध कराता है, वह संबंध कारक कहलाता है। सम्बन्ध कारक के विभक्ति चिन्ह का, के, की, ना, ने, नो, रा, रे, री आदि हैं