4. क्या श्रोता ने अपनामहायज्ञ बेचा? इस कार्य से उनके चरित्र के किस गुण पर प्रकाश पड़ता है?
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Answer:
नहीं,श्रोता ने अपना महायज्ञ नहीं बेचा।
इस कार्य से उनके चरित्र के इस गुण का पता चलता है कि वे बहुत धर्मपरायण थे। धर्म -कर्म में उनकी विशेष रुचि थी। वे ईमानदार और दयालु व्यक्ति थे।
Explanation:
अगर ये पाठ का नाम 'महायज्ञ का पुरस्कार ' है तो इसके उत्तर सही होंगे।
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धन्यवाद
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