Hindi, asked by aartivarman890, 1 month ago


4. मोहन पुरोहित खानदान का
बालक था। ( मंदबुद्धि/कुशाग्र बुद्धि)​

Answers

Answered by withluckygamingstyle
2

Answer:

मोहन उनका चहेता शिष्य था। पुरोहित खानदान का कुशाग्र बुद्धि का बालक पढ़ने में ही नहीं, गायन में भी बेजोड़। त्रिलोक सिंह मास्टर ने उसे पूरे स्कूल का मॉनीटर बना रखा था। वही सुबह-सुबह, 'हे प्रभो आनंददाता!

Answered by Anonymous
11

Answer:

उत्तर - कुशाग्र बुद्धि

मास्टर त्रिलोकसिंह का मोहन चहेता शिष्य था। पुरोहित खानदान का कुशाग्र बुद्धि का बालक मोहन पढ़ने में ही नहीं, गायन में भी बेजोड़ का त्रिलोकसिंह मास्टर ने उसे पुरे स्कूल का मॉनीटर बना रखा था।

take care and keep smiling☺

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