Sociology, asked by qwerty1ke56, 10 months ago

5. अर्जुन भगवान श्रीकृष्ण से भगवद्गीता 3.36 में पूछते हैं कि यद्यपि लोगपापकर्म करना
नहीं चाहते (जैसे नशा,धूम्रपान,जुआ, अनैतिक सम्बन्ध, अश्लील फिल्में देखना), फिर भी
मजबूर होकर करते हैं। हम यह भी देखते हैं की लोगशुरुआत में कहते हैं कि वेधूम्रपानऔर नशापान नियंत्रित रूप से करेंगे, परन्तु समय के
साथ-साथ वह अनियंत्रित हो जाते हैं। क्या कारण है कि
लोग बुरी आदतों में फँस जाते हैं? (गीता 3.37)

क. मूर्खता

ख. काम

ग. क्रोध

घ. मानव शरीर की प्रकति​

Answers

Answered by rathodsanjayb11111
17

Answer:

krodh is the right answer

Answered by mk3384758
2

Maybe D is the right ans, but I am not 100% sure

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