6. अतीत में घट चुकी घटनाएं किस तकनीक से दिखाई जाती हैं? 7. मोहन के पिता जी क्या काम करते थे? 'बोल में बादल गरजता' किसके बोलने की बात की गई है? 9. 'गलता लोहा' कहानी में समाज की किस बुराई को हल करने का प्रयास किया गया है? (10-12) इन प्रश्नों के उत्तर 20-30 शब्दों में लिखो। 10. 'वे ऑखें' कविता में किसान की पीड़ा के लिए किन्हें जिम्मेदार बताया गया है? 11. पिता के व्यक्तित्व की किन विशेषताओं को उकेरा गया है? (घर की याद कविता के आधार पर) 12. पटकथा किसे कहते हैं? पटकथा लिखते समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाता है? (13) इस प्रश्नों का उत्तर 100-120 शब्दों में लिखो। 13. मास्टर त्रिलोक सिंह के किस कथन को लेखक ने जुबान के चाबुक कहा है और क्यों?
Answers
6. अतीत में घट चुकी घटनाएं किस तकनीक से दिखाई जाती हैं?
➲ अतीत में घट चुकी घटनाओं को फ्लैशबैक तकनीक के माध्यम से सिखाया जाता है
7. मोहन के पिता जी क्या काम करते थे?
➲ मोहन के पिताजी पुरोहिताई का काम करते थे।
8. 'बोल में बादल गरजता' किसके बोलने की बात की गई है?
➲ ‘बोल में बादल गरजता’ में लेखक ने अपने पिता के बारे में बात की है। लेखक के अनुसार उसके पिता की आवाज में बादल के समान गर्जना है।
9. 'गलता लोहा' कहानी में समाज की किस बुराई को हल करने का प्रयास किया गया है?
➲ ‘गलता लोहा’ कहानी में समाज की एक बुराई जातिगत भेदभाव की समस्या को हल करने का प्रयास किया गया है।
10. 'वे आँखें' कविता में किसान की पीड़ा के लिए किन्हें जिम्मेदार बताया गया है?
➲ ‘वे आँखें’ कविता में किसान की पीड़ा के लिए जमींदार, कोतवाल और महाजन को जिम्मेदार बताया गया है।
11. पिता के व्यक्तित्व की किन विशेषताओं को उकेरा गया है? (घर की याद कविता के आधार पर)
➲ लेखक अपने पिता के बारे में बताता है कि उसके पिता आज भी चुस्त-दुरुस्त है। उन पर बुढ़ापे का कोई असर नहीं है। वे आज भी खूब तेज दौड़ सकते हैं और खिलखिला कर हंसते हैं। वे साहसी और हिम्मती हैं। वे शेर के आगे भी नहीं डरते। उनकी आवाज में बादल के समान गर्जना है। वे इतनी तेज गति से काम करते हैं कि तूफान भी शरमा जाये।
12. पटकथा किसे कहते हैं? पटकथा लिखते समय किन-किन बातों का ध्यान रखा जाता है?
➲ किसी भी कहानी को जब फिल्म अथवा नाटक के रूप में मंचन करने की आवश्यकता पड़ती है, तब उसे दृश्यों एवं संवाद आदि का रूप देकर पटकथा लिखी जाती है अर्थात किसी कहानी का दृश्य एवं संवादात्मक रूप पटकथा कहलाता है।
- पटकथा लिखते समय निम्न बातों पर ध्यान देना आवश्यक होता है...
- प्रत्येक दृश्य के साथ घटना के समय का संकेत भी दिया जाना चाहिए है।
- दृश्यों का एक सुव्यवस्थित बंटवारा किया जाता है।
- संवादों में विशिष्ट संयोजन होना चाहिए।
- पात्रों का संवाद बोलने का ढंग भी तत्कालीन परिस्थिति के अनुसार होना चाहिए, जिसका उल्लेख आवश्यक है।
13. मास्टर त्रिलोक सिंह के किस कथन को लेखक ने जुबान के चाबुक कहा है और क्यों?
➲ मास्टर त्रिलोक सिंह उस कथन को लेखक ने जुबान की चाबुक कहा है, जब धनराम ने तेहर की पहाड़ा नही याद किया तो मास्टर त्रिलोक सिंह ने व्यंग्यात्मक रूप में कहा है तुम्हारे दिमाग तो लोहा ही भरा है।
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