6. बेलन पर चढ़ी चूड़ियाँ बदलू को कैसी लगती थी ?
(क) नई जैसी
(ख) नारी की कलाइयों जैसी
(ग) बहुत सुन्दर
(घ) नव-वधु की कलाइयों पर सजी
Answers
Answered by
15
Answer:
6. बेलन पर चढ़ी चूड़ियाँ बदलू को कैसी लगती थी ?
(क) नई जैसी
(ख) नारी की कलाइयों जैसी
(ग) बहुत सुन्दर
(घ) नव-वधु की कलाइयों पर सजी
Explanation:
6. बेलन पर चढ़ी चूड़ियाँ बदलू को कैसी लगती थी ?
(क) नई जैसी
(ख) नारी की कलाइयों जैसी
(ग) बहुत सुन्दर
(घ) नव-वधु की कलाइयों पर सजी
Answered by
0
Answer:
(घ) नव-वधु की कलाइयों पर सजी
Explanation:
उनका पुश्तैनी पेशा चूड़ियाँ बनाना था और वे बहुत सुन्दर चूड़ियाँ बनाते थे बेलन पर चढ़ी चूड़ियाँ बदलू को नव-वधु की कलाइयों पर सजी चूड़ियों जैसी लगती थी। बदलू कभी भी चूड़ियों को पैसों से नहीं बेचता था। उसका अभी तक वस्तु - विनिमय का तरीका था और लोग अनाज के बदले उससे चूड़ियाँ ले जाते थे।
#SPJ3
Similar questions