6. प्रकृति की क्या विशेषता है?
O किसी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करती
O किसी बंधन में नहीं बँधती
दिए गए सभी
Dविश्वबंधुत्व का संदेश देती है
०
J
Answers
सही जवाब है...
O दिए गए सभी विकल्प सही हैं।
स्पष्टीकरण:
प्रकृति किसी के साथ किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं करती। प्रकृति के जो भी तत्व हैं, जल, वायु, आकाश, मिट्टी, पेड़-पौधे, नदी, पर्वत, झरने, तालाब, समुद्र, खनिज, अनाज, फल, फूल आदि वह सभी तत्व प्रकृति में सबके लिए समान हैं। प्रकृति किसी के साथ धर्म, जाति, लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं करती। प्रकृति में यदि वर्षा का जल बरसता है तो सब पर समान रूप से बरसता है वह अमीर और गरीब का घर देखकर नहीं बरसता। प्राकृतिक आपदा आती है तो वह भी अमीर या गरीब को देख कर नहीं आती। इस तरह प्रकृति किसी के साथ भी भेदभाव नहीं करती।
प्रकृति किसी बंधन में नही बंधी है, क्योंकि प्रकृति को किसी भी बंधन में बांधना संभव नहीं है। नदी जब अपने उफान पर आती है तो वह अपने उफान पर आ ही जाती है, मनुष्य लाख बाँध बना ले उस पर, लेकिन मनुष्य नदी के वेग को नहीं रोक सकता। प्राकृतिक आपदा आनी होती है, तो मनुष्य उसको नहीं रोक पाता, ना ही मनुष्य बादलों को रोक सकता है, और ना ही वर्षा कराने के लिए प्रकृति को विवश कर सकता है। इसलिए प्रकृति किसी बंधन में नहीं है।
प्रकृति विश्वबंधुत्व का भी संदेश देती है, क्योंकि प्रकृति सबके लिए समान है। प्रकृति के पास जो कुछ है, वह सबके लिए समान रूप से वितरित करती है। इसलिये वह विश्वबंधुत्व का भी संदेश देती है।
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