Hindi, asked by sanjanasarangi2890, 5 hours ago

6. उस पुत्र-वियोगिनी के दुःख का अंदाज़ा लगाने के लिए पिछले साल अपने पड़ोस में पुत्र की मृत्यु से दुखी माता की बात सोचने लगा वह संभ्रांत महिला पुत्र की मृत्यु के बाद अढाई मास तक पलंग से उठ न सकी । बुढ़िया और संभ्रांत महिला का दुःख समान होते हुए भी भिन्न कैसे था? Immersive Reader (1 Point) आर्थिक असमानता के कारण राजनीतिक असमानता के कारण ख़ुशी के कारण आशावादी दृष्टि के कारण

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Answered by Aryan385t
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वियोगिनी के दुःख का अंदाज़ा लगाने के लिए पिछले साल अपने पड़ोस में पुत्र की मृत्यु से दुखी माता की बात सोचने लगा वह संभ्रांत महिला पुत्र की मृत्यु के बाद अढाई मास तक पलंग से उठ न सकी । बुढ़िया और संभ्रांत महिला का दुःख समान होते हुए भी भिन्न कैसे था? Immersive Reader (1 Point) आर्थिक असमानता के कारण राजनीतिक  आशावादी दृष्टि के कारण

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