7. अशुद्धवाक्यानि शुद्ध कुरुत
(क) अहम् अष्टम्यां कक्षायां पठति ।
(ख) श्रीगणेश: नम: ।
(ग) रमा बालकेन भोजनं ददाति ।
(घ) छात्र: फलं खादति ।
(ङ) अहं पुस्तकं पठसि ।
please iska answer Sanskrit Mein dena
Answers
Answered by
0
शुद्ध वाक्य -
(क) अहम् अष्टम्यां कक्षायां पठामि ।
(ख) श्रीगणेशाय: नम: ।
(ग) रमा बालकम् भोजनं ददाति ।
(घ) छात्र: फलं खादति । (यह वाक्य सही है )
(ङ) अहं पुस्तकं पठामि ।
- वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखने के लिए वर्ण, शब्द, वाक्य आदि के प्रयोग उचित प्रकार से करना चाहिए l इनका उचित ढंग से प्रयोग करने से भाषा शुद्ध हो जाती है। व्याकरण के नियमों का प्रयोग करते हुए वाक्य संरचना में दो बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए –
- (क) वाक्य में प्रयुक्त शब्दों को उनके विशिष्ट स्थान पर ही प्रयोग किया जाना चाहिए।
- (ख) वाक्य में प्रयुक्त पदों के संबंधों को स्पष्ट करने के लिए उपयुक्त कारक चिन्ह का प्रयोग किया जाना चाहिए l
- वाक्य में निम्नलिखित प्रकार की अशुद्धियां पाई जाती है -
- संज्ञा संबंधी अशुद्धियां
- सर्वनाम संबंधी अशुद्धियां
- विशेषण संबंधी अशुद्धियां
- क्रिया संबंधी अशुद्धियां
- लिंग और वचन संबंधी अशुद्धियां
- कारक संबंधी अशुद्धियां
For more questions
https://brainly.in/question/30563683
https://brainly.in/question/6787614
#SPJ1
Similar questions
Math,
5 hours ago
Math,
5 hours ago
Hindi,
9 hours ago
Math,
8 months ago
Social Sciences,
8 months ago