Hindi, asked by at313027, 5 months ago

7. निम्नलिखित काव्यांश में
शिल्प-सौन्दर्य स्पष्ट कीजिए
सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु।
विद्यमान रन पाइ रिपु कायर कथहिं प्रतापु।।​

Answers

Answered by anitasingh30052
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Answer:

सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु | बिद्यमान रन पाइ रिपु कायर कथहिं प्रतापु ||

अर्थ : शूरवीर तो युद्ध में शूरवीरता का कार्य करते हैं ,कहकर अपने को नहीं जनाते |शत्रु को युद्ध में उपस्थित पा कर कायर ही अपने प्रताप की डींग मारा करते हैं |

Explanation:

यह उत्तर आपकी सहायता करेगा

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