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सन्यासी माधवदास कहाँ ?
Answers
सन्यासी माधवदास गोदावरी नदी के किनारे रहते थे।
उस परम प्रतापी योद्धा को रण बीच लोग बंदा बहादुर कहते थे।।
Explanation:
बंदा बहादुर एक प्रसिद्ध सिख शूरवीर थे, जो मुगलों के खिलाफ युद्ध छेड़ने वाले पहले सिख सेनानायक थे। उनका जन्म जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के राजौरी क्षेत्र में एक डोगरा राजपूत परिवार में हुआ। उनके बचपन का नाम लक्ष्मण दास था। उन्हें युद्ध कौशल से जुड़े कार्य करना बड़ा पसंद था और वह कुश्ती तथा शिकार में बड़े माहिर थे। एक बार 15 वर्ष की आयु में उनके द्वारा एक गर्भवती हिरण की हत्या हो गई। जिसके कारण उन्हें इस घटना पर बड़ा पश्चाताप हुआ और वह सन्यासी बन गए, बैरागी बन गए।
उनके गुरु जानकी दास ने उन्हें दीक्षा दी और उनका नाम माधव दास पड़ा। कुछ समय तक नासिक के पंचवटी क्षेत्र में भी रहे। उसके बाद वह दक्षिण की ओर नांदेड की तरफ चले गए और वहां गोदावरी नदी के तट पर उन्होंने अपने आश्रम की स्थापना की और वही रहने लगे। जब नांदेड़ में गुरु गोविंद सिंह जी आए तो वह गुरु गोविंद सिंह जी से जुड़ गए और गुरु गोविंद सिंह जी ने उनका नाम बंदा बहादुर सिंह रखा इस तरह वह पूर्ण सिख बन गए।