अ. भक्तिकाल की कृष्ण भक्ति धारा के प्रवर्तक हैं - (I) श्री शंकराचार्य महाप्रभुवल्लभाचार्य (II) महाप्रभुवल्लभाचार्य (iii श्री रामानुजाचार्य (iv) श्री शुक्राचार्य
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अ. भक्तिकाल की कृष्ण भक्ति धारा के प्रवर्तक है
इसका सही जवाब है,
महाप्रभु वल्लभाचार्य
व्याख्या :
महाप्रभु वल्लभाचार्य भक्ति काल के कृष्ण भक्ति धारा के प्रवर्तक रहे हैंय़ वह एक कृष्ण भक्त थे और पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक थे। वह भक्तिकाल की सगुण धारा की कृष्ण भक्ति शाखा के आधार स्तंभ और पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक माने जाते हैं। उनका जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर में सन 1478 ईस्वी में हुआ था। जब उनके माता-पिता दक्षिण भारत जा रहे थे। उनकी शिक्षा-दीक्षा काशी में हुई और वहीं पर उन्होंने अपना उद्देश्य ने आरंभ किए। उनके नाम पर 1977 में भारत सरकार ने एक डाक टिकट भी जारी किया था। 1530 में 52 वर्ष की आयु में उन्होंने जल समाधि ले ली।
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