आंध्र प्रदेश को भारत का धान्यागार क्यों कहा जाता है?
Answers
आंध्र प्रदेश को भारत का धान्यागार या धान का कटोरा इसलिए कहा जाता है कि इस राज्य में अपने कुल अनाज उत्पादन के सबसे ज्यादा प्रतिशत रूप में चावल की खेती की जाती है। इतना ही नहीं चावल उत्पादन में यह देश में पश्चिम बंगाल और उत्तर-प्रदेश के बाद तीसरा सबसे बड़ा राज्य है।
Explanation:
खाद्यान्न उत्पादन में संलग्न आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था का प्राथमिक क्षेत्र कृषि है। आंध्र प्रदेश देश के प्रमुख धान उत्पादन राज्यों में से एक है। भारत में वर्जीनिया तंबाकू का लगभग 4/5 भाग भी इसी राज्य में उत्पादित किया जाता है। राज्य की नदियाँ, विशेषकर गोदावरी और कृष्णा कृषि के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। लंबे समय तक इनके लाभ आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों तक सीमित थे, जिन्हें सर्वोत्तम सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध थीं। आंध्र प्रदेश में नागरिकों का मुख्य व्यवसाय खेती है, इसके लगभग 62 प्रतिशत हिस्से में खेती होती है। आंध्र प्रदेश की मुख्य फ़सल चावल है और यहाँ के लोगों का मुख्य आहार भी चावल ही है। राज्य के कुल अनाज के उत्पादन का 77 प्रतिशत भाग चावल ही है।
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उत्तर:आंध्र प्रदेश को भारत का धान्यागार या धान का कटोरा इसलिए कहा जाता है कि इस राज्य में अपने कुल अनाज उत्पादन के सबसे ज्यादा प्रतिशत रूप में चावल की खेती की जाती है। इतना ही नहीं चावल उत्पादन में यह देश में पश्चिम बंगाल और उत्तर-प्रदेश के बाद तीसरा सबसे बड़ा राज्य है..
खाद्यान्न उत्पादन में संलग्न आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था का प्राथमिक क्षेत्र कृषि है। आंध्र प्रदेश देश के प्रमुख धान उत्पादन राज्यों में से एक है। भारत में वर्जीनिया तंबाकू का लगभग 4/5 भाग भी इसी राज्य में उत्पादित किया जाता है। राज्य की नदियाँ, विशेषकर गोदावरी और कृष्णा कृषि के लिए महत्त्वपूर्ण हैं। लंबे समय तक इनके लाभ आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों तक सीमित थे, जिन्हें सर्वोत्तम सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध थीं। आंध्र प्रदेश में नागरिकों का मुख्य व्यवसाय खेती है, इसके लगभग 62 प्रतिशत हिस्से में खेती होती है। आंध्र प्रदेश की मुख्य फ़सल चावल है और यहाँ के लोगों का मुख्य आहार भी चावल ही है। राज्य के कुल अनाज के उत्पादन का 77 प्रतिशत भाग चावल ही है।.