Social Sciences, asked by sinharani19872017, 7 hours ago

आचार्य बतु ने सोचा कि अगर जड पदार्थ से ही जीवन का माया है और जोश-नयामकाज किसी अन्य
बिजली के करेंट का जाड पदार्थ भी प्रत्युत्तर देते हैं यानी वे उसकी गति का
हैं और विश्राम करने के बाद पुनः अपनी पूर्ववत्या में आ जाते है। उन्होंने पाठशन करके
ही देश की सेवा
पर। अपने परीक्षणों से उन्हें यह विश्वास हो गया कि वह और रेल को प्रतिक्रियाएँ सा कुछ सवाल होती है. बताने
जीव-जगत् की ओर दृष्टि गुमाई।
(ग) जड़ जमीन के अंदर रहती
2.जड पदार्थ बकान का अनुभव का कले।
4. जड पदार्थ अपनी पहले जैसी अवस्था में कब आ पाते हैं।
(क) भोजन करने के उपरांत
(ग) आराम करने के बाद
(चा विषले पदापों का वा सान काने के बाद
(क) परिमाणवाचक​

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Answered by vaibhavkumar1133
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Answer:

Q4 answer —ग is the correct answer

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