India Languages, asked by giridharb8711, 11 months ago

आगे चलकर सुलेखन की कला में आकृति का किस प्रकार उपयोग किया गया?

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Answered by shishir303
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आगे चलकर उत्कीर्ण लेखों की आकृतियों को सुलेखन कार्य से प्रेरणा भी मिली। सुलेखन कार्य हाथ से सुंदर लिखने की कला को कहा जाता था। प्राचीन समय में यह कला अपने उच्चतम शिखर पर थी। इस कला की अनेक शैलियां विकसित हुईं थी। यूरोप में अक्षरों को हाथ से लिखने की दो तरह की शैलियां होती थी, वृहद्क्षर शैली और प्रभावी लेखन शैली। इनकी अनेकों उप-शैलियां भी थीं। आगे चलकर पुनर्जागरण काल में कलाकारों तथा लिपिकों ने लोगों मन अभिलेखों के ज्यामितीय आकार के अक्षरों को अपनाया। आज के युग में प्रयोग किए जाने वाले रोमन अंक अक्षरों का विकसित रूप हैं। लेखन कला के यह अक्षर आज टाइप मुद्रा तकनीक में पूरी तरह आत्मसात हो गए हैं।

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पाठ - 6 : “लिपि का विकास”

विषय : ग्राफिक डिजायन - एक कहानी [कक्षा - 11]  

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