आगे चलकर सुलेखन की कला में आकृति का किस प्रकार उपयोग किया गया?
Answers
आगे चलकर उत्कीर्ण लेखों की आकृतियों को सुलेखन कार्य से प्रेरणा भी मिली। सुलेखन कार्य हाथ से सुंदर लिखने की कला को कहा जाता था। प्राचीन समय में यह कला अपने उच्चतम शिखर पर थी। इस कला की अनेक शैलियां विकसित हुईं थी। यूरोप में अक्षरों को हाथ से लिखने की दो तरह की शैलियां होती थी, वृहद्क्षर शैली और प्रभावी लेखन शैली। इनकी अनेकों उप-शैलियां भी थीं। आगे चलकर पुनर्जागरण काल में कलाकारों तथा लिपिकों ने लोगों मन अभिलेखों के ज्यामितीय आकार के अक्षरों को अपनाया। आज के युग में प्रयोग किए जाने वाले रोमन अंक अक्षरों का विकसित रूप हैं। लेखन कला के यह अक्षर आज टाइप मुद्रा तकनीक में पूरी तरह आत्मसात हो गए हैं।
≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡
पाठ - 6 : “लिपि का विकास”
विषय : ग्राफिक डिजायन - एक कहानी [कक्षा - 11]
इस पाठ से संबंधित अन्य प्रश्नों के लिये नीचे दिये गये लिंकों पर जायें....
तसवीरी आरेखों (picture diagram) के अस्तित्व में आने से पहले संचार यांनी विचारों के आदान-प्रदान के क्या साधन थे?
https://brainly.in/question/16384791
═══════════════════════════════════════════
लिखित लिपि की आवश्यकता क्यों पड़ी? अपने शब्दों में उत्तर दें।
https://brainly.in/question/16385109