Hindi, asked by omegastudentssankalp, 6 hours ago

आज की युवा पीढ़ी speech

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Answered by bansodeajit100
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युवा पीढ़ी यानी हमारे देश के नौजवान समाज का एक महत्वपूर्ण अंग है। हमारा आने वाला भविष्य हमारी युवा पीढ़ी की सोच और उनके प्रदर्शन पर निर्भर करती है। युवा वर्ग जिसे अंग्रेजी में youth, young जनरेशन कहा जाता है। युवा पीढ़ी में जोश और उमंग की कोई कमी नहीं होती है। वह हमेशा आसमान को छू लेना चाहते है अर्थात कामयाबी की शिखर तक पहुंचना चाहते है।युवा पीढ़ी में भरपूर जूनून होता है कुछ कर दिखाने का, कुछ बनने का। युवा वर्ग में अनोखी क़ाबलियत होती है कि वह पूरी दुनिया को बदल सके। युवा पीढ़ी पुरे कायनात को बदलने की शक्ति रखते है। युवा पीढ़ी के कन्धों पर कुछ जिम्मेदारियां होती है। युवा वर्ग अपने हौसले और जूनून को सही मार्ग पर ले जाए तो एक सकारत्मक समाज की रचना कर सकते है।

युवा पीढ़ी ने समाज के हर क्षेत्र में अपना भरपूर योगदान दिया है। विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में उन्होंने की खास उपलब्धियां है जो देश को एक नयी उज्जवल भविष्य की ओर ले जा रहा है। वहीँ युवा पीढ़ी के कुछ लोगों ने अपनी स्वंत्रता का गलत फायदा उठाते हुए अपना सर्वनाश कर लिया है। युवा पीढ़ी को अपने जिम्मेदारियों को धैर्य, लगन और पुरे आत्मविश्वास के साथ निभाना चाहिए। हमारे देश के युवा पीढ़ों ने कई कार्य सफलतापूर्वक किये है और देश का नाम रोशन किया है। वह सिपाही बने और देश के लिए अपनों प्राणो की आहुति दे दी। वह इंजीनियर और डॉक्टर भी बने ताकि वह समाज की भली भाँती सेवा कर सकें।

युवा वर्ग के कुछ नौजवान पैसे कमाने के लिए आसान तरीके सोचते है। इसी चक्कर में कभी -कभी अपना रास्ता भटक जाते है और गलत मार्ग की ओर चल पड़ते है जिसके नतीजे भयंकर हो सकते है। आज कल की युवा पीढ़ी हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने हेतु बड़ी उत्सुक रहती है। युवा पीढ़ी निडरता और हिम्मत के साथ हर कठिन परिस्थति का सामना करने का दृढ विश्वास रखती है। युवा पीढ़ी में तर्क करने की काबलियत बहुत अधिक होती है। वह अपने नविन विचारों को निडरता के साथ सबके समक्ष रखते है। लेकिन जोश में नियंत्रण रखने की आवश्यकता होती है। क्यूंकि जोश में होश खो देना मूर्खता की निशानी होती है।

आज कल युवा पीढ़ी में सोशल मीडिया की तरफ झुकाव काफी ज़्यादा है। नए -नए फ़ोन्स के प्रति आकर्षण और व्हाट्सप्प और फेसबुक जैसे नेटवर्किंग जगहों पर उनका रुझान ज़्यादा बढ़ गया है। युवा पीढ़ी में नए -नए फैशंस की तरफ भी झुकाव ज़्यादा देखा जा रहा है। कुछ नौजवानो में धैर्य और सहसीलता बिलकुल कम होती है जिसकी वजह से वह ज़िन्दगी में गलत निर्णय ले लेते है। इसके लिए उन्हें आगे पछताना पड़ता है।

सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल नौजवानो के लिए लाभप्रद साबित हो सकते है। जिसका इस्तेमाल वह बखूबी करते है। अपने विचारों का सही रूप से आदान -प्रदान करना यह उनकी पीढ़ी की जिम्मेदारी है। अपने नए सुविचारों का तथाकथित समाज में प्रयोग करके समाज को एक नयी दिशा की ओर ले जा सकते है। युवा वर्ग समाज की नकारात्मक सोच को बदलने की ताकत रखते है बस जज़्बा सही होना चाहिए।

आज की युवा पीढ़ी मोबाइल और कंप्यूटर पर ज़्यादा व्यस्त रहते है जिसकी वजह से वह अपने परिवारों को ज़्यादा वक़्त नहीं देते है। युवा वर्ग को अपने परिवार की उतनी कदर करनी चाहिए जितना वह अपने दोस्तों की करते है। हर क्षेत्र का सही उपयोग सही समय पर करना एक जिम्मेदार नौजवान का कर्त्तव्य है।

कुछ नौजवान अपने  मनोरंजन और ग़मों को भुलाने के लिए नशे के पदार्थों का सहारा लेते है जो की गलत कदम है। अपने परिवार और समाज के प्रति उत्तरदायित्व युवा वर्ग को होना चाहिए। नशे की दुनिया एक नकारात्मक कदम है जिसपर अंकुश लगाना युवा वर्ग का दायित्व है। विश्व में कई जगहों पर हिंसा का कारण युवा वर्ग है। कभी -कभी वह ज़िन्दगी के कुछ पड़ाव में गलत फैसला ले लेते है और किसी की भी बातों में आ जाते है। हर सही फैसले और कार्य का चुनाव करना भी उनका ही कर्तव्य है। उन्हें किसी भी हाल में अपने संयम को नहीं खोना है।

निष्कर्ष

माँ -बाप का भी कर्तव्य है कि जब बच्चे इस उम्र में आ जाये उससे पहले वह गलत और सही के बीच की रेखा को समझा दे और जिससे वह सही फैसला ले सकें। इस उम्र में युवा वर्ग बहुत अधिक उत्सुक रहते है और जिन्दगी के हर पहलु को जानने के लिए हर प्रकार का प्रयोग करते है। इसमें नियंत्रण लाना यह युवा वर्ग की जिम्मेदारी है। युवा वर्ग में नौजवानो के अंदर कई प्रतिभाएं होती है जिसे उन्हें पहचान कर सही मार्ग पर जाना चाहिए। उन्हें असफलताओं से घबराकर निराश और बेसब्र नहीं होना चाहिए। आज की युवा पीढ़ी कल देश का सुनहरा भविष्य बनेगी। उन्हें सही प्रोत्साहन के साथ उन्हें अपनी ज़िन्दगी और देश की उन्नति को ऊचाँइओ पर ले जाना है।

Answered by anjalikumari325
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युवा वर्ग में नौजवानो के अंदर कई प्रतिभाएं होती है जिसे उन्हें पहचान कर सही मार्ग पर जाना चाहिए। उन्हें असफलताओं से घबराकर निराश और बेसब्र नहीं होना चाहिए। आज की युवा पीढ़ी कल देश का सुनहरा भविष्य बनेगी। उन्हें सही प्रोत्साहन के साथ उन्हें अपनी ज़िन्दगी और देश की उन्नति को ऊचाँइओ पर ले जाना है।युवा अपने आप में विस्तृत विशेषताओं से युक्त शब्द हैं जिसका आशय जीवन वह दौर जो पूरी तरह जोश उमंग व उत्साह से परिपूर्ण होता हैं. किसी देश समाज के भविष्य का निर्धारण आज की युवा पीढ़ी पर ही निर्भर करता हैं. एक भारतीय युवा के रूप में हमारा प्रथम दायित्व यह है कि हम अपने राष्ट्र, समाज, परिवार के प्रति अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन करें. अपने ज्ञान, विवेक तथा सामर्थ्य का लाभ शेष समाज को प्रदान करें ऊर्जा से परिपूर्ण युवावस्था को वतन की बेहतरी में लगाएं.

एक युवा पर समाज तथा देश की जिम्मेदारियों का बोझ उनके कंधों पर होता हैं हमें चाहिए कि उन्हें अच्छे से निभाने का प्रयत्न करें. अपने समाज व परिवार के वृद्ध एवं आश्रितों की मदद करे. युवा पीढ़ी में न केवल जोश व उत्साह की पराकाष्टा होती हैं बल्कि उनमें नयें विचारों की सृजनात्मकता, परिवर्तन की क्षमता भी होती हैं. यदि उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन मिले तो वे देश व समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं. हमारा भारत युवाओं का देश कहलाता हैं सबसे अधिक युवा शक्ति हमारे देश में है निश्चय ही आगामी दशकों में इसके सुप रिणाम देखने को मिलेगे.

साहस, प्रतिभा और कुछ करने की ललक एक युवा की विशेषताएं होती हैं. वह सदैव प्राचीन परिपाटी से हटकर कुछ नया करने नया खोजने के लिए प्रयत्नशील रहता हैं. हमारे युवा पथ भ्रष्ट ना हो तथा देश व समाज के प्रति अपने दायित्वों को पूर्ण करने का यत्न करे. आज के दौर के युवा को आंदोलनों हडतालों के दौरान पत्थरबाजी नारे बाजी और सरकारी सम्पति को नुकसान पहुंचाते देखकर यही कहा जा सकता है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था में कही न कही चुक है जिसके कारण वे अपनी ही सम्पति को फूक रहे हैं.

यदि युवा अपने मन में ठान ले तो उसके लिए कुछ भी असम्भव नहीं रह जाता हैं. किसी वस्तु या सफलता की चाहत बहुत छोटी चीज हैं. उसकी पाने की जिद्द और लग्न के आगे मुशिब्ते भी बौनी पड़ जाती हैं. आज दुनिया के प्रत्येक कोने में भारतीय युवा अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं. इंजीनियरिंग तथा डॉक्टरी में युवा पीढ़ी ने विश्वभर में भारत की साख बनाई हैं, आशा है वे भविष्य में नयें नयें क्षेत्रों में देश का नाम रोशन करेंगे.

यह भी कड़वी सच्चाई है जिस तरह नौजवान पीढ़ी ज्ञान, विज्ञान, खेल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है वहीं अपराध जगत में भी बड़ी संख्या में युवा शामिल हैं. चोरी, डकैती से लेकर हत्या एवं यौन अपराधों के पीछे भी युवा वर्ग अग्रणी हैं.

तकनीकी साधनों का सर्वाधिक उपयोग भी युवा ही कर रहे हैं. इनके अच्छे और बुरे दोनों तरह के प्रभावों से वह अछूता नहीं रहा हैं. आज के समय में देखे तो युवा पीढ़ी का सर्वाधिक आकर्षण इंटरनेट और सोशल मिडिया के प्रति हैं. जिसे भी देखों वो अपनी अलग ही दुनियां में व्यस्त नजर आता हैं. वास्तविक दुनियां से कटकर एक आभासी दुनियां में जीने की चाहत इन्हें वास्तविकता से दूर ले जाने के साथ ही परिवार तथा समाज में भी कई समस्याओं को जन्म दे रही हैं.

सोशल मिडिया का सदुपयोग करके युवा पीढ़ी न केवल स्वयं को अद्यतन रख सकती हैं बल्कि समाज के पीड़ि त लोगों की मदद भी कर सकती हैं. इस तरह दोनों तरह के प्रभाव युवाओं पर पड़ते हैं. वे अपने ज्ञान व विवेक के अनुसार स्वयं ही चुने कि उन्हें क्या ग्रहण करना है तथा किसका त्याग करना हैं.

दिखावे तथा फैशन की प्रवृत्ति ने भी युवाओं की जीवनशैली पर गहरी छाप छोड़ी हैं. सोशल मिडिया पर स्टेटस से लेकर महंगे कपड़े और लाइफ स्टाइल तक स्व आनन्द और पर दिखावा की प्रवृत्ति को स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता हैं. जीवन तथा हालातों की सच्चाई से नाखबर रहने के झूठे प्रयत्नों में वह इस तरह के प्रयासों से कभी संतुष्टि एवं सुखी जीवन नहीं व्यतीत कर सकता हैं.

हमारे देश की कुल आबादी के लगभग ६५ प्रतिशत युवा है जो 35 वर्ष से कम आयु के हैं इसलिए भारत को युवा देश भी कहा जाता हैं. ये हम सभी के लिए गौरव का विषय भी हैं. हमारे मेहनती और प्रतिभाशाली युवा पीढ़ी को सही दिशा दी जाए तो ये विश्व शक्ति धुरी को परिवर्तित करने का सामर्थ्य रखते हैं. किसी भी आधुनिक क्षेत्र में भारत को श्रेष्ठ बना सकते हैं. अतः समाज को चाहिए कि वे युवाओं को सही राह दिखाएं इनमें सभी का हित निहित हैं.

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