आज दोनों के सामने फिर वही सूखा भूसा लाया गया। दोनों चुपचाप खड़
रहे। घर के लोग भोजन करने लगे। उस वक्त छोटी-सी लड़की दो रोटियाँ
लिए निकली, और दोनों के मुँह में देकर चली गई। उस एक रोटी से इनकी
भूख तो क्या शांत होती; पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया। यहाँ
भी किसी सज्जन का वास है। लड़की भैरो की थी। उसकी माँ मर चुकी थी।
सौतेली माँ उसे मारती रहती थी, इसलिए इन बैलों से उसे एक प्रकार की
आत्मीयता हो गई थी।
क - भैरों की लडकी बैलों को दो रोटियाँ रोज क्यों खिलाती थी ?
ख - लडकी का बैलों से आत्मीय संबंध का क्या कारण था ।
ग - आत्मीयता से क्या तात्पर्य है ।
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क) भैरों की लडकी बैलों को दो रोटियाँ रोज इसलिए खिलाती थी क्यूँकि इन बैलों से उसे एक प्रकार की
आत्मीयता हो गई थी।
ख) लडकी का बैलों से आत्मीय संबंध का कारण यह था कि लड़की की माँ मर चुकी थी और सौतेली माँ उसे मारती रहती थी।
ग) आत्मीयता से तात्पर्य है अपनापन, स्नेह, संबंध होने की अवस्था या भाव।
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1.उसकी मां मर चुकी थी । वह अपनों से बिछड़ने का दुख जानती थी । हीरा मोती भी अपने मालिक से दूर थे इसीलिए उसके मन में उनके प्रति आत्मीयता का भाव था । इसी भाव के कारण वे उन्हें रोटियां खिलाती थी
2. लड़की भैरो की थी। उसकी माँ मर चुकी थी।
सौतेली माँ उसे मारती रहती थी, इसलिए इन बैलों से उसे एक प्रकार की
आत्मीयता हो गई थी।
3. अपना होने की अवस्था या भाव
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