Chemistry, asked by Mariyameena9966, 10 months ago

आण्विक कक्षक सिद्धांत के आधार पर समझाइए कि Be₂ अणु का अस्तित्व क्यों नहीं होता।

Answers

Answered by akshaykumar10240
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Answer:

Molecular Orbital Theory आणविक कक्षक सिद्धांत. 13. png 14.png.

Answered by ankugraveiens
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Be₂ अणु का आबांध क्रम शून्या है , अर्थात  Be₂ अणु एक अस्थिर अणु  है | इसलिए Be₂ अणु का अस्तित्व नही होगा |  

Explanation:

बेरिलीउम का इलेक्ट्रोनिक विन्यास , (Be) - 1s^2 2s^2

अर्थात ,

 आण्विक कक्षक का इलेक्ट्रोनिक विन्यास Be₂ अणु के लिए ;  \sigma _{1s}^{2}\sigma _{1s}^{*2}\sigma _{2s}^{2}\sigma _{2s}^{*2}

  इसलिए ,

              Be₂ अणु के लिए आबांध क्रम , = \frac{1}{2} \times (N_b -N_a )

 जहा ,

       N_b = आबंधी कक्षकों (Bonding-orbitals)  मे  इलेक्ट्रोनो की संख्या (\sigma _{1s}^{2}\sigma _{2s}^{2} )= 4

   N_a = आबंध ना बनाने वाले कक्षकों (Anti-bonding orbitals) मे  इलेक्ट्रोनो की संख्या  (}\sigma _{1s}^{*2}}\sigma _{2s}^{*2}) = 4

 अब ,         Be₂ अणु के लिए आबांध क्रम , = \frac{1}{2} \times (N_b -N_a )

                                                               = \frac{1}{2} \times (4 -4 ) = 0

जिस अणु का आबांध क्रम  ऋणात्मक या शून्या होगा तो  वह अणु अस्थिर होगा , चूकि  Be₂ अणु का आबांध क्रम शून्या है ,और Be₂ अणु एक अस्थिर अणु है | इसलिए Be₂ अणु का अस्तित्व नही होगा |      

                                                                                                           

                               

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