Hindi, asked by adityadangwal2007, 3 months ago

‘आओ मिलकर बचाएँ’ कविता आदिवासी समाज की ककन बुराइयों की ओर संकेि करिी है?​

Answers

Answered by meghuuwu
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Answer:

इस कविता में आदिवासी समाज में जड़ता, काम से अरुचि, बाहरी संस्कृति का अंधानुकरण, शराबखोरी, अकर्मण्यता, अशिक्षा, अपनी भाषा से अलगाव, परंपराओं को पूर्णत: गलत समझना आदि बुराइयाँ आ गई हैं। आदिवासी समाज स्वाभाविक जीवन को भूलता जा रहा है।

Explanation:

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