आप 57ए अशोक विहार, दिल्ली के उज्वल कुमार है/ आपका सामान रेलगाडी में छूट गया था/ जिसे हरिप्रसाद नाम के एक अपरिचित ने आपके घर आपका सामान पहुंचा दिया/ आप उन्हें धन्यवाद् पत्र लिखिए/
Answers
धन्यवाद पत्र
दिनांक – 17 जून 2019
प्राप्तकर्ता – हरिप्रसाद, 305, सुमेरगंज, कानपुर, उप्र
प्रेषक – उज्जवल कुमार, 57-ए, अशोक विहार, दिल्ली
प्रिय हरिप्रसाद जी,
नमस्कार
मैं उज्जवल कुमार दिल्ली से यह पत्र लिख रहा हूं। आज ही मेरे घर पर आपके द्वारा भेजा गया पार्सल मुझे प्राप्त हो गया है और मुझे मेरा सामान वापस मिल गया है। मैं आपका हृदय से धन्यवाद करता हूं क्योंकि आपने मेरा गुम हुआ सामान मुझे वापस भिजवा दिया।
दरअसल पिछले दिनों मैं दिल्ली से मुरादाबाद ‘काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस’ में जा रहा था। मुरादाबाद स्टेशन आने पर मैं अपना एक बैग ट्रेन में ही भूल गया। जब मुझे याद आया तो तब तक ट्रेन छूट चुकी थी। मैं बड़ा परेशान हुआ फिर मैंने रेलवे पुलिस में कंप्लेंट कराई।उस बैग में मेरे ऑफिस के बहुत जरूरी कागजात थे। मैं वापस दिल्ली आ गया पर बैग का पता नही चला। मैं बड़ा परेशान था। ऐसे में तीन-चार दिन निकल गए और फिर अचानक आज आपके द्वारा भेजा गया पार्सल प्राप्त हुआ। जब मैंने पार्सल को खोलकर देखा तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उस पार्सल में मेरा वह गुम हुआ बैग था। मेरे सारे कागज पहले की तरह ही सही सलामत थे।
आपने मेरा ये बैग लौटाकर मुझ पर बहुत उपकार किया। शायद आपने बैग में रखे मेरे विजिटिंग कार्ड से मेरा पता मालुम कर लिया होगा। आपका पुनः हृदय से धन्यवाद। आज के समय में आपके जैसे ईमानदार और नेकदिल नागरिक बहुत कम ही मिलते हैं। आपने मेरा बहुमूल्य सामान वापस कर बहुत नेक कार्य किया है।
कभी दिल्ली आइएगा तो हमारे घर जरूर आइए। हमें आपका इंतजार रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि आप पर सदैव ईश्वर की अनुकम्पा बनी रहे। इसी कामना के साथ पत्र समाप्त करता हूँ।
धन्यवाद
आभारी
उज्जवल कुमार
57-ए, अशोक विहार,
दिल्ली