Hindi, asked by AdityaRajwani, 3 months ago

आप आत्मत्राण कविता का मूल भाव लिखें ​

Answers

Answered by muskiyada2004
6

Answer:

I hope it's help you

good morning

Always keep smile

Explanation:

आत्मत्राण' का अर्थ है आत्मा का त्राण अर्थात आत्मा या मन के भय का निवारण या भय की मुक्ति। कवि ईश्वर से यह प्रार्थना नहीं कर रहा है कि उसे दुःख ना मिले बल्कि वह मिले हुए दुःखों को सहने और झेलने की शक्ति ईश्वर से मांग रहा है।

Answered by rp1794100
0

Explanation:

Prastut kabita me kavi iswar

Similar questions