आप कैसे कह सकते हैं कि भारत एक पंथ निरपेक्ष देश हैं?
Answers
Answer:
भारत एक पंथ निरपेक्ष देश इसलिए हैं क्योंकि भारत बहुत देशों में से एक ऐसा देश है जहां एक नहीं बल्कि तीन से ज्यादा धर्म हैं और उन सब धर्मों को सम्मान रूप से देखा जाता है। भारत में हिन्दू के अलावा सिख, इसाई, मुसलमान, बुद्द, जैन और अन्य धर्म के लोग भी स्वतंत्रता से रह रहे हैं।
Answer:
भारत एक धर्म निरपेक्ष (सेक्युलर) देश है क्योंकि उसके संविधान में यह लिखा हुआ है|
भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है क्योंकि भारत सरकार किसी धर्म विशेष को अपने कार्य कलाप में नहीं लाती|
सभी भारतीय नागरिक बराबर हैं, चाहे वे किसी भी धर्म या पंथ के अनुयायी हों|
प्रत्येक भारतीय को अपने अपने धर्म या पंथ पर चलने की स्वतंत्रता है, परन्तु किसी अन्य के धर्म में हस्तक्षेप करने को अपराध माना जाता है|
विभिन्न धर्मों के लोगों की सुविधा के लिए व्यक्तिगत कानून (पर्सनल लॉ) भी हैं, जो धर्म विशेष की पद्धितियों पर आधारित हैं और केवल उस धर्म विशेष के लोगों पर ही लागू होते हैं|
उपरोक्त बातें तो हुईं संविधान और कानून की| परन्तु सामाजिक स्तर पर क्या स्थिति है?
भारत बहुतायत में एक हिन्दू बहुसंख्यक राष्ट्र है| भारत की प्रायः ८०% आबादी हिन्दुओं की है|
केवल इसी एक कारण से भारतीय समाज में स्वाभाविक रूप से हिन्दू वैचारिकता और मान्यताओं का बोल बाला है|
अक्सर भारत के एक हिन्दू राष्ट्र होने का गुमान होता है| और अक्सर उसकी सरकारों पर निष्पक्ष होने पर भी हिन्दू-पक्षपात का इलज़ाम लग जाता है|
केवल इस इलज़ाम से बचने के लिए सरकार के विशेषकर हिन्दू पदाधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतनी पड़ती है| अपने स्वाभाविक हिन्दू आचरण को छोड़कर अनावश्यक रूप से सेक्युलर दिखने का प्रयास करना पड़ता है|
परन्तु यह बात भी सच है कि अपेक्षाकृत कम प्रगतिशील वर्गों में, असामाजिक तत्वों द्वारा भड़काए गए हिन्दुओं में कभी कभी बड़भैयापन भी देखने को मिलता है| और इसकी कसर अल्पसंखक बाहुल्य इलाकों में यदा-कदा विपरीत दिशा में निकाली जाती है| कभी कभी बात बढ़ भी जाती है और अनावश्यक रूप से देश की बदनामी होती है|
जबकि सही यह है एक अतिसूक्ष्म संख्या के समाज विरोधी तत्वों को छोड़कर देश का हर नागरिक शांति प्रिय है—सेक्युलर है|
जय भारत|