आप क्यों सोचते हैं कि प्रत्येक राज्य में एक हस्तशिलप संग्रहालय होना चाहिए और क्या यह संग्रहालय अखिल भारतीय दर्शन पर आधारित होना चाहिए अथवा केवल उन क्षेत्रीय शिलपों पर,जो लुप्तप्राय हैं ?
Answers
आप क्यों सोचते हैं कि प्रत्येक राज्य में एक हस्तशिलप संग्रहालय होना चाहिए और क्या यह संग्रहालय अखिल भारतीय दर्शन पर आधारित होना चाहिए अथवा केवल उन क्षेत्रीय शिलपों पर,जो लुप्तप्राय हैं ?
Explanation:
उत्तर :- मेरे हिसाब से भारत के हर एक राज्य में हस्तशिल्प की संग्रहालय होनी ही होनी चाहिए। क्योंकि इतने विशाल देश के अंदर मौजूद हर एक राज्य का अपना ही एक अलग व अद्भुत शिल्प-कला हैं। महाराष्ट्र की पैठानी साड़ी, कश्मीर का उत्कृष्ट ऊनी वस्त्र, ओड़ीशा का प्रसिद्ध संबलपूरी पोशाकें आदि इसके उदाहरण हैं।
इसके अलावा यह हस्तशिल्प के संग्रहालय हमारे प्राचीन परंपराओं की धरोहर भी हैं, जो की हमारे अभूतपूर्व कारीगरी और समझ का निदर्शन देते हैं। ऐसे में हमारे आने वाली पीढ़ीओं को इसके बारे में बताने के लिए ऐसे संग्राहलय का होना बहुत ही आवश्यक हैं।
उत्तर :- मेरे हिसाब से भारत के हर एक राज्य में हस्तशिल्प की संग्रहालय होनी ही होनी चाहिए। क्योंकि इतने विशाल देश के अंदर मौजूद हर एक राज्य का अपना ही एक अलग व अद्भुत शिल्प-कला हैं। महाराष्ट्र की पैठानी साड़ी, कश्मीर का उत्कृष्ट ऊनी वस्त्र, ओड़ीशा का प्रसिद्ध संबलपूरी पोशाकें आदि इसके उदाहरण हैं।
इसके अलावा यह हस्तशिल्प के संग्रहालय हमारे प्राचीन परंपराओं की धरोहर भी हैं, जो की हमारे अभूतपूर्व कारीगरी और समझ का निदर्शन देते हैं। ऐसे में हमारे आने वाली पीढ़ीओं को इसके बारे में बताने के लिए ऐसे संग्राहलय का होना बहुत ही आवश्यक हैं।