Hindi, asked by AhirAnjali, 5 months ago

आपके छोटे भाई ने एक आवसीय विद्यालय मे प्रवेश लिया है उसे मित्रों के चुनाव में सावधानी बरतने के लिए समझाते हुए एक पत्र लिखिए।


Answers

Answered by Anonymous
11

नीरज

456 सेक्टर 14

करनाल

दिनाकं 14 मई 2012

प्रिय सोमेश

स्नेह!

आशा है छात्रवास में बड़े आनंद सें होंगे तुमने पिछले पत्र में लिखा भी था कि तुम्हारा मन छात्रवास में लग गया है। तुम्हे जाते ही अच्छे मित्र मिल गए है। मैं तुम्हारी व्यवहार कुशलता को जानता हूँ। इसलिए कभी कभी डर भी लगता है कि कही तुम जरूरत से ज्यादा मित्र न बना लो। बाहर जाकर मित्रों की जरूरत तो होती है परंतु वे ही मित्र कभी कभी हमारी प्रगति में बाधा भी बन जाते है।

प्रिय सोमेश यह हमेशा याद रखना कि तुम छात्रवास मे पढ़ने के उद्देश्य से गए हों इसलिए जो मित्र पढ़ाई में साधक बने उसे ही अपना मित्र बनाना। ऐसा मित्र हमेशा पढ़ने लिखने की बाते करेगा

मुझे तुम पर पूरा विश्वास है कि तुमने अपने आप ही ऐसे मित्रों का चयन किया होगा। अगर कही कोई भूल चूक हो गई हो तो कुशलता से उसे यथाशीघ्र सँवार लेना।

तुम्हारा भाई

नीरज

Answered by Anonymous
6

नीरज

456 सेक्टर 14

करनाल

दिनाकं 14 मई 2012

प्रिय सोमेश

स्नेह!

आशा है छात्रवास में बड़े आनंद सें होंगे तुमने पिछले पत्र में लिखा भी था कि तुम्हारा मन छात्रवास में लग गया है। तुम्हे जाते ही अच्छे मित्र मिल गए है। मैं तुम्हारी व्यवहार कुशलता को जानता हूँ। इसलिए कभी कभी डर भी लगता है कि कही तुम जरूरत से ज्यादा मित्र न बना लो। बाहर जाकर मित्रों की जरूरत तो होती है परंतु वे ही मित्र कभी कभी हमारी प्रगति में बाधा भी बन जाते है।

प्रिय सोमेश यह हमेशा याद रखना कि तुम छात्रवास मे पढ़ने के उद्देश्य से गए हों इसलिए जो मित्र पढ़ाई में साधक बने उसे ही अपना मित्र बनाना। ऐसा मित्र हमेशा पढ़ने लिखने की बाते करेगा

मुझे तुम पर पूरा विश्वास है कि तुमने अपने आप ही ऐसे मित्रों का चयन किया होगा। अगर कही कोई भूल चूक हो गई हो तो कुशलता से उसे यथाशीघ्र सँवार लेना।

तुम्हारा भाई

नीरज

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