"...आपके लाड़ले बेटे की रीढ़ की हड्डी भी है या नहीं..." उमा इस कथन के माध्यम से शंकर की किन कमियों की ओर संकेत करना चाहती है?
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उत्तर :
गोपाल प्रसाद अपने बेटे का रिश्ता तय करने से पहले उमा से तरह तरह के प्रश्न पूछते हैं। उमा खुद को अपमानित महसूस करती है। वह शंकर को भी पहचान लेती है । शंकर का चरित्र ठीक नहीं था वह लड़कियों के छात्रावास के आसपास घूमता रहता था और कई बार वहां से भगाया भी गया था। सबसे बड़ी बात तो यह थी कि जिस लड़के के लिए गोपाल प्रसाद हर प्रकार से सर्वगुण संपन्न लड़की चाहते थे वह उनका अपना लड़का शंकर खुद रीढ़ की हड्डी से रहित अर्थात पूर्ण रूप से अपने पिता पर निर्भर था । साथ ही वे झुककर चलता था। शंकर अपने लिए अत्यंत सुंदर लड़की की खोज में था जबकि उसमें खुद अनेक बुराइयां और बहुत सारी कमियां थी। उसकी रीढ़ की हड्डी न होना और ठीक से खड़ा न हो पाना उसकी सबसे बड़ी कमी थी। उमा ने यहां उसकी इसी कमी की ओर संकेत किया है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
गोपाल प्रसाद अपने बेटे का रिश्ता तय करने से पहले उमा से तरह तरह के प्रश्न पूछते हैं। उमा खुद को अपमानित महसूस करती है। वह शंकर को भी पहचान लेती है । शंकर का चरित्र ठीक नहीं था वह लड़कियों के छात्रावास के आसपास घूमता रहता था और कई बार वहां से भगाया भी गया था। सबसे बड़ी बात तो यह थी कि जिस लड़के के लिए गोपाल प्रसाद हर प्रकार से सर्वगुण संपन्न लड़की चाहते थे वह उनका अपना लड़का शंकर खुद रीढ़ की हड्डी से रहित अर्थात पूर्ण रूप से अपने पिता पर निर्भर था । साथ ही वे झुककर चलता था। शंकर अपने लिए अत्यंत सुंदर लड़की की खोज में था जबकि उसमें खुद अनेक बुराइयां और बहुत सारी कमियां थी। उसकी रीढ़ की हड्डी न होना और ठीक से खड़ा न हो पाना उसकी सबसे बड़ी कमी थी। उमा ने यहां उसकी इसी कमी की ओर संकेत किया है।
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sanju125:
cool answer
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उत्तर:- उपर्युक्त कथन के माध्यम से उमा शंकर की निम्न कमियों की ओर ध्यान दिलाना चाहती है –
1) शंकर का चरित्र अच्छा नहीं है । लड़कियों के हॉस्टल के चक्कर काटते हुए वह पकड़ा जा चूका है ।
2) उसका अपना निजी कोई व्यक्तित्व नहीं है । वह अपने पिता के पीछे चलने वाला बेचारा जीव है, जैसा कहा जाता है वैसा ही करता है ।
3) वह शारीरिक रूप से भी समर्थ नहीं है। वह शरीर से कमजोर, झुककर तथा उससे तन कर भी बैठा भी नहीं जाता ।
1) शंकर का चरित्र अच्छा नहीं है । लड़कियों के हॉस्टल के चक्कर काटते हुए वह पकड़ा जा चूका है ।
2) उसका अपना निजी कोई व्यक्तित्व नहीं है । वह अपने पिता के पीछे चलने वाला बेचारा जीव है, जैसा कहा जाता है वैसा ही करता है ।
3) वह शारीरिक रूप से भी समर्थ नहीं है। वह शरीर से कमजोर, झुककर तथा उससे तन कर भी बैठा भी नहीं जाता ।
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