Aapane Kisi musibat mein fanse vyakti ko bachaya ghatna ka varnan karte hue tatha sahayata karne ke paschat apne Anubhav batate Hue Patra likhiye
Answers
पत्र लेखन
परीक्षा भवन
नई दिल्ली -०१
२३ दिसम्बर २०१९
प्रिय आयुष,
सप्रेम नमस्कार,
मैं यहां कुशल पूर्वक हूं और आशा है कि तुम भी सकुशल होगे। बहुत दिनों के बाद पत्र लिखने के लिए माफी मांगता हूं। इस पत्र में मैं तुम्हें एक घटना का ज़िक्र कर रहा हूं जिसमें मैंने किसी की सहायता की ।
बात पिछले एकादशी की है। मैं हनुमान जी के मंदिर गया था पूजा अर्चना के लिए। वहां मैंने एक बूढ़ी महिला को रोते हुए देखा। मैं उनके पास पहुंचा और कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि वह पिछले चार दिनों से भूखी हैं। पहले तो मुझे लगा की वह झूठ बोल रही है। पर उनकी आंखों के अश्रु देख हृदय कल्पित हो उठा। मैंने उन्हें पास के ही होटल में खाना खिलाया और कुछ रुपए भी दिए। उन्हें सरकारी आश्रय घर में पहुंचाया। विदा लेने से पहले उनके चेहरे पर एक मुस्कान थी । मैं बहुत ही प्रसन्न हुआ किसी कि इस प्रकार पहली बार मदद कर के ।
अब लेखनी को विराम देता हूं। चाचा चाची को प्रणाम कहना और छोटों को शुभ प्यार।
तुम्हारा मित्र
अमन