आश्रय स्पष्ट कीजिए कि स्वरों के तुम योग्य नहीं कब कौन तुम्हें सुख भोग नहीं जान हो तुम भी जगदीश्वर के शब्द है जिसके अपने घर के नर हो ना निराश लहसुन का आशय स्पष्ट कीजिएकिस गौरव के तुम योग्य नहीं कब कौन तुम्हें सुख भाग्य नहीं जान हो तुम कि जगदीश के सब है जिसके अपने घर के
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please write in english
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