Hindi, asked by ayushgupta4763, 9 months ago

आशय स्पष्ट करें - (क) सस्मित-वदन जगत का स्वामी मृदु गति से आता है। तट पर खड़ा गगन-गंगा के मधुर गीत गाता है।l (ख) कैसी मधुर मनोहर उज्ज्वल है यह प्रेम-कहानी। जी में है अक्षर बन इसके बनूँ विश्व की बानी।l

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Answered by dhanraj88
3

gagan ke madhur geet me saari duniya beh gaye hai aur samudra ke tath par sare sawmi ka vandhan kar rahe hai

Answered by Dhruv4886
19

आशय स्पष्ट करें - (क) सस्मित-वदन जगत का स्वामी मृदु गति से आता है। तट पर खड़ा गगन-गंगा के मधुर गीत गाता है।l (ख) कैसी मधुर मनोहर उज्ज्वल है यह प्रेम-कहानी। जी में है अक्षर बन इसके बनूँ विश्व की बानी।l

  • (क) सस्मित-वदन जगत का स्वामी मृदु गति से आता है। तट पर खड़ा गगन-गंगा के मधुर गीत गाता है।l   -   "सस्मित बदन" का मतलब है चेहरे पर मुस्कान लिए हुए। प्रस्तुत पंक्तियो में कहा गया है कि सूर्य जगत का स्वामी है। रात में जब तारे तारे सजते है तब सूर्य उस खूबसूरती को देखके आकाशगंगा के तट पे रुक जाता है और आकाशगंगा के मधुर गीत गाता है।
  • (ख) कैसी मधुर मनोहर उज्ज्वल है यह प्रेम-कहानी। जी में है अक्षर बन इसके बनूँ विश्व की बानी।l -    प्रस्तुत पंक्तियो में कबि समुद्र तट का मनोरम और प्रेम कहानी जैसा प्रतीत होता हुआ दृश्य अपने शब्दों के द्वारा बर्णन करने की प्रयास किया है।
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